IAF का 'तरंग शक्ति' बहुराष्ट्रीय अभ्यास पुनर्निर्धारित
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'तरंग शक्ति' बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास को मूल रूप से अक्टूबर के लिए नियोजित इस अभ्यास को 2024 के मध्य तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
खबर का अवलोकन
भारतीय वायु सेना (IAF) 'तरंग शक्ति' बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास की मेजबानी करेगी।
पुनर्निर्धारण कई भाग लेने वाली वायु सेनाओं द्वारा इस वर्ष के आयोजन में शामिल होने में असमर्थता व्यक्त करने के कारण किया गया था।
विविध भागीदारी:
'तरंग शक्ति' में फ्रांस, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और जापान जैसी कई प्रमुख वायु सेनाएं शामिल होंगी।
ये देश अभ्यास में लड़ाकू जेट, सैन्य परिवहन विमान और मध्य हवा में ईंधन भरने वालों का योगदान देंगे।
इसके अतिरिक्त, अभ्यास के वैश्विक महत्व पर प्रकाश डालते हुए छह अन्य देशों को पर्यवेक्षकों के रूप में आमंत्रित किया गया है।
'तरंग शक्ति' के उद्देश्य:
लगभग 12 वायु सेनाओं को शामिल करने की उम्मीद है, 'तरंग शक्ति' का उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय सहयोग और सैन्य क्षमताओं का प्रदर्शन करना है।
अभ्यास का मुख्य लक्ष्य सैन्य समन्वय को बढ़ाना और भाग लेने वाले देशों के बीच निर्बाध बातचीत को बढ़ावा देना है।
यह अभ्यास भारत का सबसे व्यापक हवाई अभ्यास बनने जा रहा है, जो वैश्विक सैन्य सहयोग में इसकी बढ़ती भूमिका को रेखांकित करता है।
IAF के हालिया अंतर्राष्ट्रीय अभ्यास:
अप्रैल में, भारतीय वायु सेना ने फ्रांस के मॉन्ट-डी-मार्सन सैन्य अड्डे में एक बहुराष्ट्रीय हवाई अभ्यास के लिए चार राफेल जेट, दो सी-17 विमान और दो आईएल-78 मध्य-हवा में ईंधन भरने वाले विमान भेजे।
एक अन्य उल्लेखनीय घटना में चार राफेल लड़ाकू विमानों द्वारा हिंद महासागर क्षेत्र में छह घंटे से अधिक समय तक चलने वाले "रणनीतिक" मिशन को अंजाम देना शामिल था।
इसने उन्नत विमानों की लड़ाकू क्षमताओं को प्रदर्शित किया और भारत की वायु शक्ति प्रक्षेपण क्षमताओं का प्रदर्शन किया।
इसके अतिरिक्त, भारतीय और अमेरिकी वायु सेनाओं ने कलईकुंडा, पानागढ़ और आगरा जैसे स्थानों में कोप इंडिया अभ्यास का आयोजन किया, जिसमें बी1 बॉम्बर जेट और एफ-15 लड़ाकू विमान जैसी अमेरिकी संपत्तियां शामिल थीं। इसने दोनों देशों के बीच मजबूत सहयोग को उजागर किया।
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