भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर रूस के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए मास्को गए
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भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर 7 नवंबर 2022 को रूसी राजधानी मास्को पहुंचे। वह रूस की 2 दिन (7 और 8 नवंबर) की आधिकारिक यात्रा पर हैं। अपनी यात्रा के दौरान वह अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव से मुलाकात करेंगे।
यात्रा का महत्व
भारत और रूस के बीच बहुत मजबूत राजनीतिक, सामरिक और रक्षा संबंध हैं। रूस भारत को रक्षा उपकरणों का प्रमुख आपूर्तिकर्ता है।
इसके अलावा भारत और रूस रूसी राष्ट्रपति और भारतीय प्रधान मंत्री के बीच एक वार्षिक द्विपक्षीय शिखर बैठक आयोजित करते हैं।
21वीं भारत-रूस शिखर बैठक नई दिल्ली दिसंबर 2021 में आयोजित की गई थी। व्लादिमीर पुतिन इस बैठक में भाग लेने के लिए भारत आए थे।
अगली 22वीं वार्षिक भारत-रूस शिखर बैठक 2022 में रूस में होगी। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी शिखर बैठक में भाग लेने के लिए रूस का दौरा करेंगे।
विदेश मंत्री की यात्रा को आगामी प्रधानमंत्री मोदी की रूस यात्रा के लिए जमीन तैयार करने के रूप में देखा जा रहा है।
रूसी संघ
यह क्षेत्रफल के हिसाब से दुनिया का सबसे बड़ा देश है।
यह एशिया और यूरोप दोनों में स्थित है लेकिन इसे एक यूरोपीय देश माना जाता है।
इसमें 11 समय क्षेत्र हैं, जो दुनिया में सबसे ज्यादा हैं।
रूस में यूरोप की सबसे लंबी नदी, वोल्गा और यूरोप की सबसे बड़ी झील, लाडोगा है। रूस में दुनिया की सबसे गहरी झील बैकाल भी है।
गांधीजी के आध्यात्मिक गुरु माने जाने वाले युद्ध और शांति (War and Peace)पुस्तक के लेखक लियो टॉल्स्टॉय, एक रूसी थे।
राजधानी: मास्को। मॉस्को शहर मोस्कवा नदी के तट पर स्थित है।
मुद्रा: रूबल
राष्ट्रपति: व्लादिमीर पुतिन
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