अधिकतम अखिल भारतीय बिजली की मांग 201 गीगावाट से अधिक हुई
बिजली मंत्रालय के अनुसार 26 अप्रैल को बिजली की अधिकतम मांग 201 गीगावाट (गीगावाट) को पार कर गई।
पिछले साल 7 जुलाई, 2021 को बिजली की अधिकतम मांग 200.53 गीगावाट दर्ज की गई थी।
बिजली की बढ़ती मांग से देश में आर्थिक विकास को गति मिलने की उम्मीद है।
इस साल मार्च महीने में ऊर्जा की मांग में करीब 8.9 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है।
मंत्रालय ने कहा, मई-जून में मांग करीब 215 से 220 गीगावाट तक पहुंचने की उम्मीद है।
बिजली संयंत्रों को कोयला परिवहन में दक्षता बढ़ाने के लिए सरकार उपाय कर रही है।
मंत्रालय ने केंद्र और राज्य स्तर पर सभी हितधारकों से निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए काम करने का आग्रह किया।
2040 तक घरेलू बिजली की मांग दोगुनी होने का अनुमान है।
वर्तमान में भारत की स्थापित क्षमता लगभग 400GW है, जिसमें से कोयला, या थर्मल पावर, 200GW से अधिक है।
दुनिया के प्रमुख कोयला उत्पादकों में चीन, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, भारत शामिल हैं।
भारत के कोयला उत्पादक क्षेत्रों में झारखंड में रानीगंज, झरिया, धनबाद और बोकारो शामिल हैं।
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