राष्ट्रपति ने विजेताओं को पद्म पुरस्कार प्रदान किए
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भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने 28 मार्च 2022 को राष्ट्रपति भवन के अशोक हॉल में आयोजित एक समारोह में विजेताओं को पद्म पुरस्कार 2022 से सम्मानित किया। पुरस्कार समारोह में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य मंत्रियों ने भाग लिया।
25 जनवरी 2022 को भारत सरकार द्वारा कुल 4 पद्म विभूषण, 17 पद्म भूषण और 107 पद्म श्री पुरस्कारों की घोषणा की गई थी। हालांकि राष्ट्रपति ने इस समारोह में दो पद्म विभूषण, नौ पद्म भूषण और चौवन पद्म श्री पुरस्कार विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए।
पद्म पुरस्कार
भारत रत्न के बाद, पद्म पुरस्कार गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर प्रतिवर्ष घोषित भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से एक है।
पद्म पुरस्कारों की शुरुआत 1954 में भारत सरकार द्वारा की गई थी।
साल 1978 और 1979 और 1993 से 1997 को छोड़कर हर वर्ष यह दिया जाता है।
पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिए जाते हैं: पद्म विभूषण (असाधारण और विशिष्ट सेवा के लिए), पद्म भूषण (उच्च क्रम की विशिष्ट सेवा) और पद्म श्री (प्रतिष्ठित सेवा) के लिए।
पद्म पुरस्कारों का निर्णय करने वाली समिति :
पद्म पुरस्कार, पद्म पुरस्कार समिति द्वारा की गई सिफारिशों पर प्रदान किए जाते हैं, जिसका गठन हर वर्ष प्रधान मंत्री द्वारा किया जाता है।
पद्म पुरस्कार समिति की अध्यक्षता कैबिनेट सचिव करते हैं और इसमें गृह सचिव, राष्ट्रपति के सचिव और सदस्यों के रूप में चार से छह प्रतिष्ठित व्यक्ति शामिल होते हैं।
समिति की सिफारिशों को अनुमोदन के लिए प्रधान मंत्री और भारत के राष्ट्रपति को प्रस्तुत किया जाता है।
पद्म पुरस्कारों की विशेषताएं :
यह पुरस्कार आमतौर पर मरणोपरांत प्रदान नहीं किया जाता है। हालांकि, अत्यधिक योग्य मामलों में, सरकार मरणोपरांत पुरस्कार देने पर विचार कर सकती है।
पुरस्कार, भारत के राष्ट्रपति द्वारा आमतौर पर हर साल मार्च / अप्रैल के महीने में दिए जाते हैं, जहां पुरस्कार विजेताओं को राष्ट्रपति द्वारा हस्ताक्षरित एक सनद (प्रमाण पत्र) और एक पदक प्रदान किया जाता है।
प्राप्तकर्ताओं को पदक की एक छोटी प्रतिकृति भी दी जाती है, जिसे वे किसी भी समारोह/राज्य समारोह आदि के दौरान पहन सकते हैं, यदि पुरस्कार विजेता चाहें तो पुरस्कार विजेताओं के नाम प्रस्तुति समारोह के दिन, भारत के राजपत्र में प्रकाशित किए जाते हैं।
मरणोपरांत पुरस्कारों और एनआरआई (अनिवासी भारतीय) / विदेशियों / ओसीआई (भारत के प्रवासी नागरिक) को छोड़कर एक वर्ष में दिए जाने वाले पुरस्कारों की कुल संख्या 120 से अधिक नहीं होनी चाहिए।
पुरस्कार एक उपाधिि नहीं है और इसका उपयोग पुरस्कार विजेताओं के नाम के आगे या पीछे लगाने का अधिकारं नहीं होता है ।
इस पुरस्कार के साथ कोई राशि नहीं दी जाति है ।
2022 के पद्म पुरस्कार विजेताओं की विस्तृत सूची के लिए 26 जनवरी 2022 पोस्ट देखें
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