बेलारूस को इस्कंदर-एम मिसाइल प्रणाली देगा रूस
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रूस ने बेलारूस को “इस्कंदर-एम मिसाइल सिस्टम” स्थानांतरित करने की घोषणा की है।
इस्कंदर-एम मिसाइल प्रणाली
यह मिसाइल प्रणाली अपने परमाणु और पारंपरिक संस्करणों में बैलिस्टिक या क्रूज मिसाइलों का उपयोग कर सकती है।
इस्कंदर-एम मिसाइल प्रणाली को नाटो द्वारा “SS -26 स्टोन” के रूप में कोडनेम दिया गया है।
रूस इस्कंदर-एम शब्द का प्रयोग ट्रांसपोर्टर-इरेक्टर लॉन्च सिस्टम के साथ-साथ उसके द्वारा दागी गई कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल (SRBM) को परिभाषित करने के लिए करता है।
इस प्रणाली का उपयोग जमीन से प्रक्षेपित क्रूज मिसाइलों (GLCMs) जैसे SSC-7 और SSC-8 को फायर करने के लिए किया जा सकता है।
इसे पहली बार 1996 में सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया था।
इस्कंदर-एम मिसाइल की मारक क्षमता 500 किमी है।
यह 700 किलो तक का पेलोड ले जाने में सक्षम है।
इस्कंदर प्रणाली को 2006 में रूस द्वारा शामिल किया गया था।
इसे 1980 के दशक के अंत में “ओका” SRBM (शॉर्ट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल) या OTR-23 को इंटरमीडिएट न्यूक्लियर फोर्सेस ट्रीटी के अनुसार प्रतिबंधित किए जाने के बाद विकसित किया गया था।
बेलारूस के बारे में -
बेलारूस पूर्वी यूरोप का स्थल-रुद्ध देश है।
राजधानी- मिन्स्क
राष्ट्रपति- अलेक्जेंडर लुकाशेंको
प्रधानमन्त्री- रोमन गोलोवचेंको
मुद्रा- बेलारूसी रुबल
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