सेबी ने यस बैंक एटी-1 बॉन्ड मामले में राणा कपूर पर 2 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया

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भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने यस बैंक के पूर्व प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी राणा कपूर पर टियर- I बॉन्ड या एटी -1 के मिस-सेलिंग से जुड़े मामले में, 7 सितंबर 2022 को जारी  अपने एक आदेश में 2 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है।


महत्वपूर्ण तथ्य - 

जुर्माना क्यों लगाया गया ?

  • सेबी द्वारा यस बैंक को ग्राहकों को उच्च रिटर्न और सुरक्षा का वादा करके भ्रामक रूप से एटी -1 बांड को  सुपर एफडी (सावधि जमा) के रूप में बेचने का दोषी पाया गया था।

अन्य  के लिए दंड राशि :

  • सेबी ने यस बैंक पर 25 करोड़ रुपये, विवेक कंवर पर 1 करोड़ रुपये और आशीष नासा और जसजीत सिंह बंगा पर 50-50 लाख रुपये का जुर्माना लगाया। कंवर, यस बैंक की निजी संपत्ति प्रबंधन टीम के प्रमुख थे और अन्य दो उनकी टीम के सदस्य थे।

अतिरिक्त टियर -1 (एटी -1) बांड क्या है ?

  • बेसल 3 मानदंडों के तहत बैंक की नियामक पूंजी को टियर-1 और टियर 11 पूंजी में विभाजित किया गया है।

टियर-1 पूंजी :

  • टियर 1 पूंजी को, सामान्य इक्विटी पूंजी 1 और अतिरिक्त टियर 1 में उप-विभाजित किया गया है
  • सामान्य इक्विटी पूंजी में बैंकों द्वारा जारी किए गए साधारण इक्विटी शेयर होते हैं और जिन पर बैंक लाभांश का भुगतान कर सकते हैं।
  • अतिरिक्त टियर 1 कैपिटल में परपेचुअल बॉन्ड होते हैं जिनकी कोई परिपक्वता तिथि नहीं होती है और बैंक इस पर बांड धारकों को ब्याज देती  है।
  • यह इस अर्थ में जोखिम भरा है कि यदि बैंक का पूंजी अनुपात, न्यूनतम निर्धारित स्तर से नीचे आता है तो बैंक ब्याज देना बंद कर सकते हैं या बांड को रद्द कर सकते हैं जिससे बांड धारकों  को नुकसान हों सकता है।
  • यस बैंक के निवेशक के साथ यही हुआ था। यस  बैंक में वित्तीय संकट आने के बाद बैंक ने  एटी -1 बॉन्ड पर ब्याज देना बंद कर दिया और उसने इन बांड को रद्द कर दिया ,जिससे बांड धारकों को भरी नुकसान हुआ था।
  • टियर 11 पूंजी में कम से कम पांच साल की परिपक्वता के साथ असुरक्षित अधीनस्थ ऋण होते हैं।

अतिरिक्त जानकारी -

भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (सेबी) :

  • भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (सेबी) की स्थापना 12 अप्रैल 1988 को हुई थी और इसे 30 जनवरी 1992 को सेबी अधिनियम 1992 द्वारा वैधानिक दर्जा दिया गया था।
  • यह भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के अधीन आता है।
  • यह भारत में पूंजी बाजार और कमोडिटी बाजार का नियामक है।
  • सेबी के पहले अध्यक्ष डॉ एस ए दवे (1988-90) थे।
  • माधबी पुरी बुच सेबी की वर्तमान और 10वीं अध्यक्ष हैं।
  • मुख्यालय: मुंबई

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