यूक्रेन संकट विश्व आर्थिक विकास को 1% कम करेगा - ओईसीडी
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आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (ओईसीडी) ने चेतावनी दी है कि रूस-यूक्रेन युद्ध 2022 में मुद्रास्फीति में वृद्धि और दुनिया में आर्थिक विकास में कमी ला सकता है।
ओईसीडी के अनुसार, इस संकट के कारणं 2022 में, विश्व आर्थिक विकास में 1% की कमी और मुद्रास्फीति में 2.5% की वृद्धि होने की संभावना है।
विश्व अर्थव्यवस्था में यूक्रेन और रूस का योगदान लगभग 2% है लेकिन रूस और यूक्रेन ऊर्जा और अन्य वस्तुओं के प्रमुख आपूर्तिकर्ता हैं जिनका उपयोग दुनिया में एक प्रमुख कच्चे माल के रूप में किया जाता है। रूस तेल और गैस क्षेत्र में एक प्रमुख उत्पादक /निर्यातक देश है, और यूक्रेन के साथ वह दुनिया में गेहूं, मक्का, उर्वरक आदि का एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता है।
यूरोप में विशेष रूप से यूरोज़ोन क्षेत्र ,जो रूसी तेल और गैस के आयात पर बहुत अधिक निर्भर है, में 1.4% की गिरावट की संभावना है और संयुक्त राज्यअमेरिका की आर्थिक वृद्धि में 0.9% की गिरावट आ सकती है।
ओईसीडी के लिए कृपया 11 मार्च, 2022 पोस्ट देखें
यूरो जोन
इसे आधिकारिक तौर पर यूरो क्षेत्र कहा जाता है। इसमें वे यूरोपीय संघ के देश शामिल हैं जिन्होंने यूरो को एक सामान्य मौद्रिक इकाई (मुद्रा) के रूप में स्वीकार किया है।
यूरोपीय संघ में यूरोप के 27 देश शामिल हैं। 27 सदस्य देशों में से 19 देशों ने यूरो को एक सामान्य मुद्रा के रूप में स्वीकार कर लिया है।
ये देश ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, साइप्रस, एस्टोनिया, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, ग्रीस, आयरलैंड, इटली, लातविया, लिथुआनिया, लक्जमबर्ग, माल्टा, नीदरलैंड, पुर्तगाल, स्लोवाकिया, स्लोवेनिया और स्पेन हैं।
यूरो की शुरुआत 1 जनवरी 1999 को हुई थी। इसका उपयोग शुरू के तीन वर्षों के लिए एक लेखा इकाई के रूप में और इलेक्ट्रॉनिक भुगतान के लिए किया गया था।
1 जनवरी 2002 को 12 देशों में यूरो के सिक्के और बैंकनोट लॉन्च किए गए थे। वर्त्तमान में यूरो क्षेत्रों में शामिल कुल देश 19 हैं।
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