विश्व शौचालय दिवस
Tags: Important Days
प्रति वर्ष 19 नवंबर को ‘विश्व शौचालय दिवस’ मनाया जाता है।
महत्वपूर्ण तथ्य
विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में विश्व भर में लगभग 360 करोड़ लोग शौचालय से वंचित हैं।
भारत में 2011 की जनगणना के अनुसार, गांवों में 67 प्रतिशत और शहरों में 13 प्रतिशत परिवार खुले में शौच करते हैं।
रिसर्च इंस्टीटयूट ऑफ कंपैशनेट इकोनॉमिक्स के मुताबिक, देश के 40 प्रतिशत घरों में शौचालय होने के बावजूद प्रत्येक घर से एक सदस्य नियमित रूप से खुले में शौच के लिए जाता है।
लोगों की इसी सोच को बदलने और स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए हर वर्ष 19 नवंबर को ‘विश्व शौचालय दिवस’ मनाया जाता है।
भारत सरकार स्वच्छता के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अपने स्वच्छ भारत मिशन के एक भाग के रूप में भी इस दिन को मनाती है।
स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत जल शक्ति मंत्रालय का पेयजल और स्वच्छता विभाग (DDWS) विश्व शौचालय दिवस को चिह्नित करने के लिए ग्रामीण भारत में 'स्वच्छता रन' का आयोजन कर रहा है।
2022 की थीम
2022 की थीम 'मेकिंग द इनविजिबल विजिबल' है।
यह विषय इस बात की पड़ताल करता है कि कैसे अपर्याप्त स्वच्छता प्रणालियाँ मानव अपशिष्ट को नदियों, झीलों और मिट्टी में फैलाती हैं और भूमिगत जल संसाधनों को प्रदूषित करती हैं।
यह थीम भूजल स्वच्छता पर केंद्रित है।
इस दिवस की पृष्ठभूमि
यह सिंगापुर के जैक सिम द्वारा शुरू की गई एक पहल थी, जिन्होंने वर्ष 2001 में विश्व शौचालय संगठन नामक एक गैर सरकारी संगठन की स्थापना की थी।
संयुक्त राष्ट्र ने भी 2010 में जल और स्वच्छता के अधिकार को मौलिक मानव अधिकार के रूप में मान्यता दी थी।
24 जुलाई 2013 को, संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) ने अपने 67वें सत्र में एक प्रस्ताव पारित कर 19 नवंबर को विश्व शौचालय दिवस के रूप में नामित किया।
यूएनजीए के 'स्वच्छता सबके लिए' शीर्षक वाले संकल्प ने सार्वजनिक स्वास्थ्य और स्वच्छता तक पहुंच बढ़ाने को प्रोत्साहित किया, विशेष रूप से समाज के गरीब वर्गों के लोगों के लिए।
Please Rate this article, so that we can improve the quality for you -