1. आरबीआई ने एचडीएफसी बैंक और केनरा बैंक को रूस के साथ व्यापार के लिए विशेष वोस्ट्रो रुपया खाता खोलने की अनुमति दी
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भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआईI) ने भारत के सबसे बड़े निजी क्षेत्र के बैंक एचडीएफसी बैंक और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक केनरा बैंक को रूस के साथ रुपये में व्यापार के लिए एक विशेष "वोस्ट्रो खाता" खोलने की अनुमति दी है।
वोस्ट्रो एक प्रकार का बैंक खाता होता है जहां एक बैंक स्थानीय मुद्रा में अन्य बैंकों की ओर से एक खाता रखता है। आम तौर पर यहां अन्य बैंक विदेशी बैंक होते हैं।
जुलाई 2022 में आरबीआई ने निर्यात को बढ़ावा देने और आयात को सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से रुपये में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार निपटान के लिए एक तंत्र की शुरुआत की थी।
यह रूस के साथ व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए किया गया था जो यूक्रेन पर आक्रमण के लिए पश्चिमी देशों से प्रतिबंध का सामना कर रहा था।
रूसी ऊर्जा प्रमुख गज़प्रोम ने यूको बैंक के साथ एक खाता खोला है जबकि वीटीबी बैंक और सबरबैंक ने भारत में स्थित शाखा कार्यालयों में खाते खोले हैं।
एचडीएफसी बैंक भारत का सबसे बड़ा निजी क्षेत्र का बैंक है जिसका मुख्यालय मुंबई में है।
केनरा बैंक एक सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक है जिसका मुख्यालय बेंगलुरु में है।
2. 2023 में भारत का विकास धीमा होगा, गोल्डमैन सैक्स
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अमेरिकी निवेश बैंकर गोल्डमैन सैक्स को उम्मीद है कि 2023 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर की गति धीमी होकर 5.9% हो जाएगी। गोल्डमैन सैक्स के अनुसार भारत जिसकी 2022 में 6.9% की वृद्धि दर होने की उम्मीद हैं में यह गिरावट कोविड के बाद मांगो में हुई वृद्धि अब धीरे -धीरे कम होने लगी है और बढती महंगाई के खिलाफ कठोर मौद्रिक नीति के कारण आर्थिक वृद्धि दर में कमी आएगी ।
भारतीय अर्थव्यवस्था इस वर्ष के पहले 7 महीनों में दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक थी, क्योंकि अर्थव्यवस्था में कोविड के कारण लगे प्रतिबंधों के हटने के बाद मांग में तेजी से बढ़ोतरी हुई थी।हालाँकि इसका प्रभाव अब कम हो रहा है और केंद्रीय बैंक मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए ब्याज दरों को बढ़ाकर सख्त मौद्रिक नीति का पालन कर रही है। यह बढ़ती ब्याज दरें अर्थव्यवस्था में मांग को कम कर देंगी जिससे देश में धीमी आर्थिक वृद्धि होगी।
गोल्डमैन सैक्स में भारत के अर्थशास्त्री शांतनु सेनगुप्ता के अनुसार, "हम उम्मीद करते हैं कि 2023 में विकास दो हिस्सों की कहानी होगी, पहली छमाही में मंदी के साथ और दूसरी छमाही में, हम वैश्विक विकास में सुधार और निवेश चक्र में तेजी के कारण भारत की आर्थिक विकास में फिर से तेजी आने की उम्मीद हैं।
भारतीय रिजर्व बैंक को 2022-23 में भारतीय अर्थव्यवस्था के 7% बढ़ने की उम्मीद है।
3. भारत सॉवरेन फंड निवेशकों के लिए एक शीर्ष निवेश गंतव्य के रूप में उभरा
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अमेरिकी एसेट मैनेजमेंट कंपनी इंवेस्को की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत 2022 में सॉवरेन वेल्थ फंड और पब्लिक पेंशन फंड के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद दूसरा सबसे पसंदीदा निवेश बाजार बनकर उभरा है।
इंवेस्को की ग्लोबल सॉवरेन एसेट मैनेजमेंट स्टडी ,सॉवरेन वेल्थ फंड्स और पब्लिक पेंशन फंड्स के 139 मुख्य निवेश अधिकारियों की राय पर आधारित है।
इंवेस्को के अनुसार संयुक्त राज्य अमेरिका सॉवरेन वेल्थ फंड्स और पब्लिक पेंशन फंड्स के लिए शीर्ष स्थान पर बना रहा, लेकिन जोखिम को संतुलित करने के लिए कई फंड मैनेजर उभरते बाजारों में निवेश करना चाहते हैं। उभरते बाजारों में इस बदलाव का सबसे ज्यादा फायदा भारत को हुआ है।
उभरते बाजारों में भारत ने सबसे लोकप्रिय उभरते बाजार के रूप में चीन को पीछे छोड़ दिया है। इस साल चीन को छठवें स्थान पर रखा गया है।
एक मुख्य कारण यह रहा है कि कई फंड चीन में अपने जोखिम को कम कर रहे हैं और भारत के सकारात्मक आर्थिक सुधारों और मजबूत जनसांख्यिकीय प्रोफाइल के कारण वे भारत की ओर आकर्षित हो रहे हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक सॉवरेन निवेशक करीब 33 ट्रिलियन डॉलर की संपत्ति का प्रबंधन करते हैं। पिछले एक दशक में संप्रभु निवेशकों के लिए औसत वार्षिक रिटर्न 6.5% रहा। हालांकि, 2022 में विश्व में उच्च मुद्रास्फीति और सख्त मौद्रिक नीति के कारण लंबी अवधि के अपेक्षित रिटर्न को प्रभावित कर सकता है।
सॉवरिन वेल्थ फंड (एसडब्ल्यूएफ)
संप्रभु का अर्थ है किसी देश की सरकार। इस प्रकार सॉवरिन वेल्थ फंड (एसडब्ल्यूएफ) एक देश की सरकार के स्वामित्व वाला फंड है। यह आम तौर पर एक अधिशेष धन होता है जो सरकार के पास होता है और इसका उपयोग निवेश पर बेहतर रिटर्न के लिए अन्य देशों के शेयर या ऋण बाजार में निवेश करने के लिए किया जाता है।
इसका प्रबंधन या तो सरकार द्वारा स्थापित कंपनी द्वारा किया जाता है या इसका प्रबंधन देश के केंद्रीय बैंक द्वारा किया जाता है।
एसडब्ल्यूएफ को दीर्घकालिक निवेशक माना जाता है।
भारत में एक एसडब्ल्यूएफ स्थापित करने का प्रस्ताव कई बार दिया गया है लेकिन आज तक ऐसा कोई फंड स्थापित नहीं किया गया है।
कुछ प्रसिद्ध और सबसे बड़े एसडब्ल्यूएफ हैं:
नॉर्वे सरकार पेंशन फंड ग्लोबल, चीन निवेश निगम, अबू धाबी निवेश प्राधिकरण।
4. गौतम अडानी को उम्मीद है कि भारत 2050 तक दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा
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मुम्बई में आयोजित 21 वीं वर्ल्ड कांग्रेस ऑफ अकाउंटेंट्स(डब्ल्यूसीओए) 2022 में बोलते हुए, उन्होंने कहा कि देश को जीडीपी का पहला ट्रिलियन डॉलर हासिल करने में 58 साल लगे, अगले ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने में 12 साल और तीसरा ट्रिलियन डॉलर हासिल करने में पांच साल लगे।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के मुताबिक 2021-22 में भारतीय अर्थव्यवस्था 3.18 लाख करोड़ डॉलर की थी। आईएमएफ को उम्मीद है कि 2027-28 में भारतीय अर्थव्यवस्था 5 ट्रिलियन डॉलर की हो जाएगी।
गौतम अडानी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि "अगले दशक के भीतर, भारत हर 12 से 18 महीनों में अपने सकल घरेलू उत्पाद में एक ट्रिलियन डॉलर जोड़ना शुरू कर देगा , जिससे भारत संभवतः 2050 तक 30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था और 45 ट्रिलियन की शेयर बाजार पूंजीकरण का लक्ष्य हासिल कर लेगा।
वर्तमान में संयुक्त राज्य अमेरिका की अर्थव्यवस्था $23 ट्रिलियन है, और उसका शेयर बाजार पूंजीकरण $45 से 50 ट्रिलियन तक है।
अडानी समूह, जिसका बंदरगाह-से-ऊर्जा समूह तक का कारोबार है और अगले दशक में एक नई ऊर्जा मूल्य श्रृंखला में $70 बिलियन का निवेश कर रहा है, ने कहा कि भारत 2050 तक शुद्ध हरित-ऊर्जा निर्यातक बन सकता है।
5. सरकार ने स्टील पर निर्यात शुल्क वापस लिया
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सरकार ने 19 नवंबर, 2022 से स्टील पर निर्यात शुल्क वापस ले लिया है।
महत्वपूर्ण तथ्य
वित्त मंत्रालय के अधिसूचना के अनुसार लौह अयस्क और विभिन्न स्टील प्रोडक्ट्स पर निर्यात शुल्क को जीरो कर दिया गया है अर्थात अब स्टील प्रोडक्ट्स के निर्यात पर कोई शुल्क नहीं लगेगा।
केंद्र सरकार ने 22 मई, 2022 से पहले की यथास्थिति बहाल कर दी है।
इसके अलावा कम लोहे वाले लौह अयस्क लम्प्स और फाइन्स (जिनमें लौह 58 फीसदी से कम है) पर भी निर्यात शुल्क शून्य किया गया है।
19 नवंबर, 2022 से निम्न नियम प्रभावी होंगे -
लौह अयस्क लम्प्स और फाइन्स (58 प्रतिशत लौह मात्रा) के निर्यात पर शून्य निर्यात शुल्क शून्य होगा।
लौह अयस्क लम्प्स और फाइन्स (58 प्रतिशत लौह मात्रा) के निर्यात पर 30 प्रतिशत कम निर्यात शुल्क लगेगा।
लौह अयस्क पेलेट्स के निर्यात पर निर्यात शुल्क शून्य होगा।
एचएस 7201, 7208, 7209, 7210, 7213, 7214, 7219, 7222 और 7227 के तहत वर्गीकृत पिग आयरन और स्टील उत्पादों के निर्यात पर निर्यात शुल्क शून्य होगा।
एन्थ्रेसाइट/पीसीआई और कोकिंग कोल तथा फेरोनिकेल पर 2.5 प्रतिशत का आयात शुल्क लगेगा।
कोक और सेमी कोक पर 5 प्रतिशत आयात शुल्क लगेगा।
निर्यात शुल्क क्या है?
निर्यात शुल्क एक प्रकार का अप्रत्यक्ष कर है जो भारत में आयातित वस्तुओं के साथ-साथ भारत से निर्यात होने वाले वस्तुओं पर लगाया जाता है।
निर्यात का अर्थ है भारत से माल को दूसरे देशों में ले जाना।
6. 21 वीं वर्ल्ड कांग्रेस ऑफ अकाउंटेंट्स(डब्ल्यूसीओए) मुंबई में शुरू
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इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया (आईसीएआई) 18-21 नवंबर, 2022 को हाइब्रिड मोड में जियो वर्ल्ड सेंटर, मुंबई, में 21 वीं वर्ल्ड कांग्रेस ऑफ अकाउंटेंट्स(डब्ल्यूसीओए) 2022 की मेजबानी कर रहा है। डब्ल्यूसीओए 2022 को कांग्रेस के इतिहास में पहली बार हाइब्रिड मोड में आयोजित किया जा रहा है।
21 वीं वर्ल्ड कांग्रेस ऑफ अकाउंटेंट्स(डब्ल्यूसीओए) 2022 का विषय है: बिल्डिंग ट्रस्ट एनेबलिंग सस्टेनेबिलिटी ”।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 18 नवंबर 2022 को कांग्रेस को संबोधित किया और चार्टर्ड अकाउंटेंट को "नई आर्थिक व्यवस्था के संत" के रूप में वर्णित किया। वे आर्थिक दुनिया के इंजन और वास्तुकार हैं।
इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई)
इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) चार्टर्ड अकाउंटेंट्स एक्ट, 1949 के तहत स्थापित एक वैधानिक निकाय है।
- इसकी स्थापना 1 जुलाई 1949 को हुई थी।
- आईसीएआई, विश्व में चार्टर्ड एकाउंटेंट्स के क्षेत्र में अमेरिकन इंस्टीट्यूट ऑफ सर्टिफाइड पब्लिक अकाउंटेंट्स (एआईसीपीए) के बाद दूसरा सबसे बड़ा पेशेवर निकाय है।
- यह भारत में चार्टर्ड एकाउंटेंसी पेशे का नियामक है।
- यह कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय, भारत सरकार के प्रशासनिक नियंत्रण में आता है।
मुख्यालय: नई दिल्ली
अध्यक्ष : डॉ. देबाशीष मित्रा
परीक्षा के लिए फुल् फॉर्म
आईसीएआई ( ICAI ) : इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया
7. निर्मला सीतारमण ने एआईआईबी से भारत में अक्षय ऊर्जा में अपना निवेश बढ़ाने का आग्रह किया
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केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एशियन इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक (एआईआईबी) के अध्यक्ष जिन लिक्यून के साथ एक बैठक में एआईआईबी से अक्षय ऊर्जा और स्मार्ट प्रौद्योगिकियों में निवेश बढ़ाने और भारत में एक क्षेत्रीय कार्यालय स्थापित करने के लिए कहा।
एआईआईबी के अध्यक्ष जिन लिक्यून इस समय भारत के दौरे पर हैं।
एशियन इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक (एआईआईबी)
- यह एक बहुपक्षीय विकास बैंक है जिसे 2016 में 57 देशों के संस्थापक सदस्यों द्वारा स्थापित किया गया था। भारत एआईआईबी का संस्थापक सदस्य है।
- 2020 में बैंक के 103 सदस्य देश हैं जो वैश्विक जनसंख्या के लगभग 79 प्रतिशत और वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद के 65 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करते हैं।
- संयुक्त राज्य अमेरिका और जापान बैंक के सदस्य नहीं हैं|
बैंक के शेयरधारक
- बैंक की अधिकृत पूंजी 100 अरब डॉलर है।
- चीन 29.9% शेयरों के साथ बैंक का बहुसंख्यक शेयरधारक है और भारत 7.74% हिस्सेदारी के साथ बैंक का दूसरा सबसे बड़ा शेयरधारक है।
संचालन का क्षेत्र
- इसके संचालन का क्षेत्र एशिया में है और यह कल के बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए ऋण प्रदान करता है।
- यह सरकारी और निजी दोनों कंपनियों को ऋण प्रदान करता है।
- एआईआईबी ने भारत को सबसे ज्यादा कर्ज दिया है।
- यह अबू धाबी, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में अपना पहला विदेशी कार्यालय स्थापित करेगा।
- भारत के उर्जित पटेल एआईआईबी के पांच उपाध्यक्षों में से एक हैं।
बैंक के वर्तमान अध्यक्ष: चीन के जिन लिक्यून
मुख्यालय: बीजिंग, चीन
8. सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के एमडी और सीईओ का अधिकतम कार्यकाल 10 साल तक बढ़ाया
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भारत सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ((पीएसबी)) के प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) का अधिकतम कार्यकाल पांच साल से बढ़ाकर 10 साल कर दिया है। हालांकि 60 साल की सेवानिवृत्ति की उम्र में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
पहले के नियमों के अनुसार, सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम बैंक के एमडी या कार्यकारी निदेशक अधिकतम 5 वर्ष या 60 वर्ष की आयु तक, जो भी पहले हो, के लिए पात्र थे।
सरकार द्वारा इन परिवर्तनों को राष्ट्रीयकृत बैंकों (प्रबंधन और विविध प्रावधान) संशोधन योजना, 2022 के माध्यम से अधिसूचित किया गया है।
इस कदम से सरकार को उन प्रतिभाओं को बनाए रखने में मदद मिलेगी, जो सरकारी बैंकों में अपेक्षाकृत तेजी से आगे बढ़ती हैं। यह पीएसबी को अपेक्षाकृत युवा नेतृत्व वाली टीम बनाने में भी सक्षम करेगा जो लंबी अवधि के विजन को साकार करने के लिए बेहतर स्थिति में होगी।
हालांकि, केंद्र सरकार प्रबंध निदेशक सहित पूर्णकालिक निदेशक के कार्यकाल को समाप्त करने का अधिकार उनके कार्यकाल की समाप्ति से पहले किसी भी समय, उन्हें कम से कम तीन महीने की लिखित सूचना देकर, या तीन महीने के नोटिस के एवज में वेतन और भत्ते के साथ समाप्त करने का अधिकार रखती है।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक
भारत सरकार के स्वामित्व वाले बैंकों को सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक कहा जाता है वर्तमान में भारत में 12 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक हैं।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक | मुख्यालय |
भारतीय स्टेट बैंक | मुंबई |
बैंक ऑफ इंडिया | मुंबई |
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया | मुंबई |
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया | मुंबई |
बैंक ऑफ महाराष्ट्र | मुंबई |
इंडियन बैंक | चेन्नई |
इंडियन ओवरसीज बैंक | चेन्नई |
पंजाब एंड सिंध बैंक | नई दिल्ली |
पंजाब नेशनल बैंक | नई दिल्ली |
बैंक ऑफ बड़ौदा | वडोदरा |
केनरा बैंक | बेंगलुरु |
यूको बैंक | कोलकाता |
9. पीएम मोदी अरुणाचल प्रदेश के पहले ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे डोनी पोलो हवाई अड्डे का उद्घाटन करेंगे
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उत्तर पूर्व में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी 19 नवंबर 2022 को अरुणाचल प्रदेश में निर्मित पहले ग्रीनफ़ील्ड हवाई अड्डे का उद्घाटन करेंगे। नवनिर्मित डोनी पोलो हवाई अड्डा ईटानगर के होलांगी में स्थित है। फरवरी, 2019 में इस एयरपोर्ट की आधारशिला खुद पीएम ने रखी थी।
डोनी पोलो हवाई अड्डे के बारे में
यह भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा लगभग 650 करोड़ रुपये की लागत से विकसित अरुणाचल प्रदेश का पहला ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा है। ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा का अर्थ है कि यह नव निर्मित है।
जीरो एयरपोर्ट और तेजू एयरपोर्ट के बाद अरुणाचल प्रदेश में यह तीसरा एयरपोर्ट होगा।
हवाई अड्डे को A-320 विमान के संचालन का समर्थन करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। प्रधान मंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अनुसार हवाई अड्डे का नाम अरुणाचल प्रदेश की परंपराओं और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और सूर्य ('डोनी') और चंद्रमा ('पोलो') के लिए इसकी पुरानी स्वदेशी श्रद्धा को दर्शाता है।
उत्तर पूर्वी क्षेत्र में हवाई अड्डा
प्रधान मंत्री कार्यालय के अनुसार आजादी के बाद से 2014 तक इस क्षेत्र में केवल 9 हवाई अड्डे बनाए गए थे। हालांकि पिछले 8 सालों में मौजूदा सरकार ने इस क्षेत्र में 7 नए हवाई अड्डे बनाए हैं।
डोनी पोलो हवाई अड्डे के चालू होने के साथ ही उत्तर पूर्व में कुल हवाई अड्डों की संख्या 16 हो जाएगी।
पीएमओ के अनुसार, उत्तर-पूर्व में विमानों की आवाजाही में भी 2014 के बाद से 113% की वृद्धि देखी गई है, जो 2014 में 852 प्रति सप्ताह से बढ़कर 2022 में 1817 प्रति सप्ताह हो गई है।
प्रधानमंत्री 600 मेगावाट के कामेंग जल विद्युत् संयंत्र का उद्घाटन करेंगे
अरुणाचल प्रदेश की अपनी यात्रा के दौरान, प्रधान मंत्री 600 मेगावाट कामेंग जल विद्युत् संयंत्र भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे। यह जल विद्युत् संयंत्र , 8450 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है और यह अरुणाचल प्रदेश के पश्चिम कामेंग जिले में स्थित है।
कामेंग जल विद्युत् संयंत्र , बिचोम और टेंगा नदियों (कामेंग नदी की दोनों सहायक नदियों) की जल विद्युत का दोहन करने के लिए एक रन-ऑफ-द-रिवर योजना है। पावर स्टेशन के दो बांध हैं, एक बिचोम में और दूसरा टेंगा में।
यह परियोजना नॉर्थ ईस्टर्न इलेक्ट्रिक पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड, (नीपको लिमिटेड) द्वारा विकसित की गई है, जो एनटीपीसी लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है।
रन ऑफ द रिवर प्रोजेक्ट
रन ऑफ द रिवर ,नदी परियोजना के संचालन में, जल भंडारण के उद्देश्यों के लिए जलाशयों का निर्माण नहीं किया जाता है और ऊंचाई से पानी के प्राकृतिक प्रवाह का उपयोग , बिजली उत्पादन के लिए सूक्ष्म टर्बाइनों को चलाने के लिए किया जाता है।
अरुणाचल प्रदेश
यह भारत का सबसे पूर्वी क्षेत्र है। इसे 'भोर-प्रकाश-पर्वतों की भूमि'(Land of the Dawn-lit-Mountains’) या उगते सूरज की भूमि भी कहा जाता है।
इसे पहला नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर एजेंसी कहा जाता था और 1972 में इसका नाम बदलकर अरुणाचल प्रदेश कर दिया गया। यह एक केंद्र शासित प्रदेश था। 20 फरवरी 1987 को इसे एक पूर्ण राज्य बना दिया गया ।
राज्य के राज्यपाल: ब्रिगेडियर(सेवानिवृत्त) बीडी मिश्रा
मुख्यमंत्री: पेमा खांडू
राजधानी: ईटानगर
10. माइक्रोसॉफ्ट के स्वामित्व वाली पेशेवर नेटवर्किंग साइट लिंक्डइन के लिए भारत सबसे तेजी से बढ़ता बाजार है
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माइक्रोसॉफ्ट के स्वामित्व वाली व्यापार नेटवर्किंग सेवा कंपनी लिंक्डइन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रेयान रोसलैंस्की ने सिंगापुर में ब्लूमबर्ग न्यू इकोनॉमी फोरम के मौके पर बोलते समय कहा है कि भारत लिंक्डइन का सबसे तेजी से बढ़ता बाजार बन गया है क्योंकि अब यहाँ अधिक से अधिक कंपनियां और विज्ञापनदाता इससे जुड़ रहें है और भारत में लिंक्डइन का व्यवसाय हर साल 50% से बढ़ रहा है।
उन्होंने कहा कि लिंक्डइन संयुक्त राज्य अमेरिका के बाहर व्यापार के नए अवसरों की तलाश कर रहा है क्योंकि संयुक्त राज्य अमेरिका में आर्थिक स्थिति और खराब होने की आशंका है।
उन्होंने कहा , लिंक्डइन का अधिकांश विकास संयुक्त राज्य अमेरिका के बाहर हो रहा है और भारत, इंडोनेशिया और पश्चिमी यूरोप जैसे बाजारों में नए लोग लिंक्डइन में शामिल हो रहे हैं।
लिंक्डइन पेशेवरों का एक सामाजिक नेटवर्क है जिसे लोगों को व्यावसायिक संबंध बनाने, अपने अनुभव साझा करने और नौकरी खोजने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।