खरीफ सीजन के लिए भारत इज़राइल से म्यूरेट ऑफ पोटाश आयात करेगा

Tags: Economics/Business

रूस के यूक्रेन पर आक्रमण के कारण शिपमेंट में व्यवधान के बाद आने वाले खरीफ सीजन के लिए पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए भारत, इज़राइल  से उर्वरकों का आयात करके आगामी खरीफ सीजन के लिए उर्वरक का भंडार बना रहा है।

  • इंडियन पोटाश लिमिटेड ने इज़राइल केमिकल लिमिटेड से 600,000 टन म्यूरेट ऑफ पोटाश आयात करने के लिए पांच वर्ष के समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।

  • भारत विश्व में उर्वरक का प्रमुख आयातक है। भारत अपनी 40 लाख से 50 लाख टन पोटाश की पूरी वार्षिक खपत के लिए आयात पर निर्भर है और इसका एक तिहाई भाग बेलारूस और रूस से आयात करता था।

  • लैंडलॉक्ड बेलारूस अपने निर्यात के लिए रूस और लिथुआनिया के बंदरगाहों का उपयोग करता है। यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद, शिपिंग मार्गों को बंद कर दिया गया है और मॉस्को पर पश्चिमी प्रतिबंधों ने रूसी और बेलारूसी कंपनियों के साथ व्यापार करना मुश्किल बना दिया है।

  • इंडिया पोटाश लिमिटेड उर्वरक विभाग, रसायन और उर्वरक मंत्रालय, भारत सरकार के तहत एक सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है।

भारत में फसलों के मौसम 

भारत में सामान्यतः फसलों तीन मौसम होते हैं:

  • खरीफ : इन्हें बरसात के मौसम में जून/जुलाई में बोया जाता है और अक्टूबर/नवंबर में काटा जाता है। 

मुख्य फसलें धान, मक्का, सोयाबीन, मूंगफली, कपास, अरहर, मूंग, उड़द आदि हैं। 

  • रबी : इन्हें सर्दियों के मौसम में नवंबर/दिसंबर के महीने में बोया जाता है और मार्च/अप्रैल के महीने में काटा जाता है।

मुख्य फसलें गेहूं, सरसों, चना मटर, आलू, जई, जौ, सूरजमुखी,चना आदि हैं।

  • जायद : ये रबी मौसम के बाद और खरीफ मौसम की शुरुआत से पहले उगाए जाते हैं। मुख्य रूप से सब्जियां, तरबूज, खीरा आदि उगाए जाते हैं। 

Please Rate this article, so that we can improve the quality for you -

Date Wise Search

Test Your Learning

CURRENT AFFAIRS QUIZ (22nd-MARCH)

Go To Quiz