ब्रिटेन में मंकीपॉक्स वायरस के मामले की पुष्टि
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ब्रिटेन में मंकीपॉक्स वायरस का एक मामला सामने आया है, नाइजीरिया की यात्रा कर लौटे एक व्यक्ति में मंकी पॉक्स वायरस की पुष्टि हुई है।
मंकीपॉक्स की खोज पहली बार सन् 1958 में हुई थी।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार मंकीपॉक्स का पहला मामला इंसानों में साल 1970 में सामने आया था।
क्या है मंकीपॉक्स वायरस ?
मंकीपॉक्स वायरस के संक्रमण से होने वाली बीमारी है जो जो ज्यादातर चूहों और बंदरों से इंसानों में फैलता है।
यह बीमारी ऑर्थोपॉक्सवायरस जीनस से संबंधित है, जिसमें वेरियोला वायरस , वैक्सीनिसा वायरस और काउपॉक्स वायरस शामिल है।
मंकीपॉक्स एक जूनोसिस है, मतलब यह एक ऐसी बीमारी है, जो संक्रमित जानवर से मनुष्यों में फैलती है।
मंकीपॉक्स के लक्षण
शरीर पर गहरे लाल रंग के दानें।
स्किन पर लाल रंग के रैशेज।
फ्लू के लक्षण।
निमोनिया के लक्षण।
बुखार और सिरदर्द।
मांसपेशियों में दर्द।
ठंड लगना।
इलाज
इस बीमारी का कोई इलाज उपलब्ध नहीं है। लेकिन स्मॉल पॉक्स वैक्सीन, एंटीवायरल और वीआईजी का उपयोग इस बीमारी को रोकने के लिए किया जा सकता है।
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