राजस्थान का यूरेनियम खनन के क्षेत्र में प्रवेश
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राजस्थान ने 26 जून, 2022 को राज्य में यूरेनियम की खोज के लिए आशय पत्र (एलओआई) जारी कर यूरेनियम खनन के क्षेत्र में प्रवेश किया है।
यह एलओआई सीकर के पास खंडेला तहसील के रोहिल में यूरेनियम अयस्क के खनन के लिये यूरेनियम कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया को खनन पट्टा हेतु ज़ारी किया गया है।
सीकर ज़िले की खंडेला तहसील के रोहिल में 1086.46 हेक्टेयर क्षेत्र में यूरेनियम के विपुल भंडार मिले हैं। आरंभिक अनुमानों के अनुसार इस क्षेत्र में करीब 12 मिलियन टन यूरेनियम के भंडार संभावित हैं।
देश में अभी झारखंड के सिंहभूमि के जादूगोडा और आंध्र प्रदेश में यूरेनियम का उत्खनन किया जा रहा है।
वैश्विक स्तर पर सर्वाधिक यूरेनियम का उत्पादन कज़ाखस्तान, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में होता है। इसके अलावा रूस, नामीबिया, उज़्बेकिस्तान, यूएसए व यूक्रेन में भी यूरेनियम खनिज मिला है।
यूरेनियम का उपयोग मुख्यत: बिजली बनाने में किया जाता है। हालाँकि, परमाणु ऊर्जा के अलावा दवा, रक्षा उपकरणों, फोटोग्राफी सहित अन्य में भी यूरेनियम का उपयोग किया जाता है।
यूरेनियम के बारे में -
यूरेनियम आवर्त सारणी की एक अंतर्वर्ती श्रेणी, ऐक्टिनाइड श्रेणी का तृतीय तत्व है।
यूरेनियम तत्व की खोज 1789 ई0 में क्लाप्रोट (Klaproth) द्वारा पिचब्लेंड नामक अयस्क से की गयी थी।
1896 ई0 में हेनरी बेक्वरेल ने यूरेनियम में रेडियो ऐक्टिवता की खोज की थी ।
यूरेनियम चमकदार श्वेत रंग की धातु है। इसका संकेत U, परमाणु संख्या 92, परमाणु भार 238.03 होता है I
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