राजनाथ सिंह ने एशियाई तटरक्षक एजेंसियों की 18वीं बैठक 2022 में एक खुली और नियम आधारित समुद्री सीमा का आह्वान किया

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15 अक्टूबर, 2022 को नई दिल्ली में एशियाई तटरक्षक एजेंसियों की 18वीं बैठक (एचएसीजीएएम) को संबोधित करते हुए, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत-प्रशांत क्षेत्र में खुली, मुक्त और नियम-आधारित समुद्री सीमाओं के लिए भारत के संकल्प की पुष्टि की।

18वें एचएसीजीएएम 2022 के आयोजक

18वें एचएसीजीएएम का आयोजन भारतीय तटरक्षक बल द्वारा एचएसीजीएएमसचिवालय के समन्वय से 14-18 अक्टूबर, 2022 तक नई दिल्ली में किया जा रहा है। 

17वें एचएसीजीएएम की मेजबानी वस्तुतः 2021 में वियतनाम तटरक्षक बल द्वारा की गई थी। पहला एचएसीजीएएम 2004 में टोक्यो में जापान तटरक्षक बल द्वारा आयोजित किया गया था।

मंत्री का भाषण

इस अवसर पर बोलते हुए मंत्री ने कहा सामुद्रिक स्थानों का सम्मान समस्त मानवता के लाभ के लिए एक साझा वैश्विक संपत्ति के तौर पर किया जाना चाहिए और यह टिकाऊ तरीक़े से किया जाना चाहिए।रक्षा मंत्री ने जोर देकर कहा कि 'सागर' (क्षेत्र में सभी की सुरक्षा और विकास), सतत विकास लक्ष्य और 'समुद्र में नियम आधारित व्यवस्था' का भारत का साझा दृष्टिकोण भारत-प्रशांत क्षेत्र में समावेशी विकास और स्थायी सहयोग के केंद्रित भारतीय दृष्टिकोण का अनुपूरक है।

बैठक के प्रतिभागी

18 देशों और दो अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के कुल 55 प्रतिनिधि - एशिया में जहाजों के खिलाफ समुद्री डकैती और सशस्त्र डकैती का मुकाबला करने पर क्षेत्रीय सहयोग समझौता सूचना शेयरिंग सेंटर और यूनाइटेड नेशंस ऑफिस ऑन ड्रग्स एंड क्राइम- ग्लोबल मैरीटाइम क्राइम प्रोग्राम (यूएनोडीसी-जीएमसीपी) - बैठक में भाग ले रहे हैं।

एशियाई तटरक्षक एजेंसियों के प्रमुखों की बैठक (एचएसीजीएएम)

एचएसीजीएएम 23 देशों का एक बहुपक्षीय मंच है। ऑस्ट्रेलिया, बहरीन, बांग्लादेश, ब्रुनेई, कंबोडिया, चीन, फ्रांस, भारत, इंडोनेशिया, जापान, दक्षिण कोरिया, लाओस, मलेशिया, मालदीव, म्यांमार, पाकिस्तान, फिलीपींस, सिंगापुर, श्रीलंका, थाईलैंड, तुर्की, वियतनाम और एक क्षेत्र यानी हांगकांग (चीन) इसके सदस्य देश हैं । इसके अतिरिक्त दो अंतर्राष्ट्रीय संगठन ;एशिया में जहाजों के खिलाफ समुद्री डकैती और सशस्त्र डकैती का मुकाबला करने पर क्षेत्रीय सहयोग समझौता सूचना शेयरिंग सेंटर और यूनाइटेड नेशंस ऑफिस ऑन ड्रग्स एंड क्राइम- ग्लोबल मैरीटाइम क्राइम प्रोग्राम (यूएनोडीसी-जीएमसीपी) इसके सदस्य हैं ।

भारतीय तटरक्षक

इसकी स्थापना 1977 में हुई थी और यह रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत आता है

महानिदेशक: वीरेंद्र सिंह पठानिया

फुल फॉर्म

एचएसीजीएएम/HACGAM: हेड ऑफ़ एशियन कोस्ट गार्ड मीटिंग (Heads of  Asian Coast Guard Agencies Meeting )

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