आयुर्वेद में अनुसंधान एवं विकास को विनियमित करने और बढ़ावा देने के लिए आयुर्वेद पेशेवरों के लिए 'स्मार्ट' कार्यक्रम शुरू किया गया
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आयुर्वेदिक चिकित्सा शिक्षा को विनियमित करने और आयुर्वेद में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देने के लिए, सरकार ने 2 जनवरी 2023 को 'स्मार्ट' (स्कोप फॉर मेनस्ट्रीमिंग आयुर्वेद रिसर्च इन टीचिंग प्रोफेशनल्स) कार्यक्रम शुरू किया है।
स्मार्ट कार्यक्रम को भारतीय चिकित्सा प्रणाली (एनसीआईएसएम) और सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन आयुर्वेदिक साइंसेज (सीसीआरएएस) द्वारा संयुक्त रूप से लॉन्च किया गया है। दोनों संस्थान केंद्रीय आयुष मंत्रालय के अंतर्गत आते हैं।
आयुर्वेद कॉलेजों और अस्पतालों के माध्यम से स्वास्थ्य अनुसंधान क्षेत्रों में नवीन अनुसंधान विचारों की पहचान, समर्थन और प्रचार करने के उद्देश्य से प्रस्तावित पहल की परिकल्पना की गई है।
एनसीआईएसएम के अध्यक्ष वैद्य जयंत देवपुजारी और सीसीआरएएस के महानिदेशक प्रो. रबिनारायण आचार्य ने एनसीआईएसएम के आयुर्वेद बोर्ड के अध्यक्ष प्रोफेसर बी.एस. प्रसाद और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
भारत में हर साल 23 अक्टूबर को आयुर्वेद दिवसके रूप में मनाया जाता है।
केंद्रीय आयुष (आयुर्वेद, योग, यूनानी, सिद्ध, होम्योपैथी) मंत्रालय
- आयुष मंत्रालय की स्थापना 9 नवंबर 2014 को पारंपरिक भारतीय चिकित्सा पद्धतियों के ज्ञान को पुनर्जीवित करने के लिए की गई थी।
- यह आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी के क्षेत्र में शिक्षा और अनुसंधान पर केंद्रित है।
- आयुष मंत्री: सर्बानंद सोनोवाल
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