थावे महोत्सव बिहार में हुआ आयोजित
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थावे महोत्सव 15 और 16 अप्रैल को बिहार के गोपालगंज में हुआ और इस महोत्सव का आयोजन पर्यटन विभाग और कला एवं संस्कृति विभाग द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
खबर का अवलोकन
त्योहार का उद्देश्य गोपालगंज में पर्यटन को बढ़ावा देना और आगंतुकों को थावे दुर्गा मंदिर में आमंत्रित करना है।
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने महोत्सव का उद्घाटन किया।
फेस्टिवल के दूसरे दिन बॉलीवुड सिंगर हिमेश रेशमिया ने शिरकत की।
इस वर्ष 11वां वार्षिक थावे महोत्सव मनाया गया।
यह उत्सव 2012 से थावे दुर्गा मंदिर के पास होमगार्ड ग्राउंड में आयोजित किया जा रहा है।
बिहार के प्रसिद्ध मेलों और त्योहारों की सूची-
छठ पूजा: यह बिहार में सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है और इसे सूर्य देव की पूजा करने के लिए मनाया जाता है।
मकर-संक्रांति: यह हर साल 14 जनवरी को मनाई जाती है, और यह फसल के मौसम की शुरुआत का प्रतीक है।
बुद्ध जयंती: बौद्ध धर्म के संस्थापक माने जाने वाले भगवान बुद्ध की जयंती पर मनाई जाती है।
सोनपुर पशु मेला: यह एशिया के सबसे बड़े पशु मेलों में से एक है और हर साल नवंबर के महीने में आयोजित किया जाता है।
राजगीर महोत्सव: यह हर साल अक्टूबर के महीने में मनाया जाता है और यह तीन दिवसीय त्योहार है जो बिहार की सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करता है।
समा-चकेवा बिहुला: यह एक ऐसा त्योहार है जो हर साल नवंबर के महीने में मनाया जाता है।
मधुश्रावणी: यह एक त्योहार है जो हर साल अगस्त के महीने में मनाया जाता है, और यह देवी गंगा की पूजा के लिए समर्पित है।
पितृपक्ष मेला: यह हर साल सितंबर के महीने में आयोजित किया जाता है, और पूर्वजों की पूजा के लिए समर्पित होता है।
मलमास मेला: यह बिहार में हर तीन साल में आयोजित किया जाता है, और इसे राज्य के सबसे बड़े मेलों में से एक माना जाता है।
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