वित्तीय वर्ष 22-23 की पहली तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था में 13.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई

Tags: Economy/Finance

भारतीय अर्थव्यवस्था में पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में अप्रैल से जून (2022-23) में 13.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है । हालांकि यह पहली तिमाही के लिए भारतीय रिजर्व बैंक के 16.2% के पूर्वानुमान से कम था।

वित्तीय वर्ष 20222-23 की पहली तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रदर्शन के संबंध में आंकड़े राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ), सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा 31 अगस्त 2022 को जारी किए गए थे।

भारत अभी भी दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना हुआ है। अप्रैल-जून 2022 के दौरान  चीन की  अर्थव्यवस्था में 0.4% की वृद्धि हुई है ।

2021-22 में भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर 8.7% थी

स्थिर मूल्य (2011-12 आधार वर्ष) पर सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर

अर्थव्यवस्था का क्षेत्र

2022-23 में पहली तिमाही (अप्रैल-जून) सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर

कृषि

4.5%

उद्योग

8.5%

सेवा क्षेत्र

17.6%

सकल घरेलू उत्पाद

13.5%

सकल मूल्य संवर्धन (जीवीए)

12.7%

जीवीए = जीडीपी + उत्पादों पर सब्सिडी - उत्पादों पर कर

नाममात्र/नॉमिनल जीडीपी

2022-23 की पहली तिमाही में नॉमिनल जीडीपी या जीडीपी 2021-22 की पहली तिमाही में ₹ 51.27 लाख करोड़ के मुकाबले ₹ 64.95 लाख करोड़ रहने का अनुमान ह ।

यह 2021-22 की पहली तिमाही के 32.4 प्रतिशत की तुलना में 26.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।

नॉमिनल जीडीपी की गणना करते समय वस्तुओं और सेवाओं के बाजार मूल्य को शामिल किया जाता है। यह मुद्रास्फीति के लिए कोई समायोजन नहीं करता है।

स्थिर मूल्य पर जीडीपी या वास्तविक जीडीपी

2022-23 की पहली तिमाही में स्थिर (2011-12) कीमतों पर वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद या सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) ₹ 36.85 लाख करोड़ रहने का अनुमान है, जबकि 2021-22 की पहली तिमाही में यह ₹ 32.46 लाख करोड़ थी।

पहली तिमाही में 2021-22 के 20.1 प्रतिशत की तुलना में 13.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्शायी गई है।

स्थिर मूल्य पर सकल घरेलू उत्पाद की गणना करते समय मुद्रास्फीति के कारण वस्तुओं और सेवाओं में मूल्य वृद्धि की गणना नहीं की जाती है। कीमतें एक आधार वर्ष के लिए तय की जाती हैं। यह वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन में वास्तविक वृद्धि को मापता है।

स्थिर कीमत पर जीडीपी किसी अर्थव्यवस्था की वृद्धि को मापने का सबसे अच्छा संकेतक है।

वित्तीय वर्ष 2022-23 में अनुमानित जीडीपी विकास दर

भारतीय रिजर्व बैंक को 2022-23 में भारतीय अर्थव्यवस्था के 7.2% बढ़ने की उम्मीद है।

केंद्रीय वित्त सचिव टी वी सोमनाथन ने कहा कि वित्त मंत्रालय को चालू वित्त वर्ष (2022-23) में अर्थव्यवस्था की विकास दर 7-7.5% रहने की उम्मीद है।

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