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By admin: Sept. 4, 2022

1. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मेक्सिको में स्वामी विवेकानंद की पहली प्रतिमा का अनावरण किया

Tags: International News

लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 3 सितंबर को मेक्सिको में यूनिवर्सिटी ऑफ हिडाल्गो में स्वामी विवेकानंद की एक प्रतिमा का अनावरण किया।

महत्वपूर्ण तथ्य -

  • लैटिन अमेरिका में स्वामी विवेकानंद की यह पहली प्रतिमा है।

  • बिड़ला ने कहा कि स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं और व्यक्तित्व ने न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में लोगों को प्रेरित किया है।

  • यह प्रतिमा युवाओं को प्रयास करने और परिवर्तन लाने के लिए प्रेरणा का स्रोत होगी जो उनके देश को नई ऊंचाई पर ले जाएगी।

  • आज, दुनिया भर के लोग उनके आदर्शों को अपना रहे हैं और अपने जीवन और समाज की बेहतरी के लिए उनका पालन करने का संकल्प ले रहे हैं।

  • ओम बिरला मेक्सिको में भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं।

  • ओम बिरला ने 2 सितंबर को मेक्सिको के चापिंगो विश्वविद्यालय में स्वतंत्रता सेनानी डॉ पांडुरंग खानखोजे की एक प्रतिमा का भी अनावरण किया।

  • इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ने मैक्सिकन संसद परिसर में भारत-मेक्सिको मैत्री उद्यान का उद्घाटन किया था।

स्वामी विवेकानंद के बारे में :

  • जन्म - 12 जनवरी, 1863

  • बचपन का नाम - नरेंद्रनाथ दत्त

  • उनके जन्म दिन 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है।

  • उन्हें वर्ष 1893 में शिकागो में विश्व धर्म संसद में उनके भाषण के लिए जाना जाता है।

  • नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने उन्हें "आधुनिक भारत का निर्माता" कहा था।

  • उन्होंने विश्व को वेदांत और योग के भारतीय दर्शन से परिचय कराया।

मेक्सिको :

  • मेक्सिको, दक्षिणी उत्तरी अमेरिका का एक देश है। 

  • यह ब्राजील और अर्जेंटीना के बाद लैटिन अमेरिका में तीसरा सबसे बड़ा देश है।

  • राष्ट्रपति - एंड्रेस मैनुअल लोपेज़ ओब्रेडोर

  • राजधानी - मेक्सिको सिटी

  • मुद्रा - मैक्सिकन पेसो

  • राजभाषा - स्पेनिश

By admin: Sept. 3, 2022

2. क्राइम मल्टी एजेंसी सेंटर (Cri-MAC)

Tags: National National News


मार्च 2020 में लॉन्च होने के बाद से कम से कम सात राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश ने क्राइम मल्टी एजेंसी सेंटर (Cri-MAC) पोर्टल पर एक भी अलर्ट अपलोड नहीं किया है।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, मिजोरम, मणिपुर, नागालैंड और सिक्किम और केंद्र शासित प्रदेश दादरा, नगर हवेली और दमन और दीव ने प्लेटफॉर्म पर एक भी अलर्ट अपलोड नहीं किया है।

  • दिल्ली, असम और हरियाणा ने पोर्टल पर सबसे ज्यादा अलर्ट अपलोड किए।

क्राइम मल्टी एजेंसी सेंटर (Cri-MAC) के बारे में

  •  लॉन्च - 2020 गृह मंत्रालय (एमएचए) द्वारा

  • उद्देश्य - विभिन्न कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ 24×7 अपराध और अपराधियों पर जानकारी साझा करना और उनके बीच सूचना का निर्बाध प्रवाह सुनिश्चित करना।

  • कार्यान्वयन - एप्लीकेशन राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा कार्यान्वित जाता है।

पोर्टल का महत्व

  • यह वास्तविक समय के आधार पर देश भर में मानव तस्करी सहित महत्वपूर्ण अपराधों के बारे में जानकारी के प्रसार की सुविधा प्रदान करता है और अंतर-राज्य समन्वय को सक्षम बनाता है।

  • यह अवैध व्यापार के पीड़ितों का पता लगाने, उनकी पहचान करने के साथ-साथ अपराध की रोकथाम और जांच में भी मदद करता है।

By admin: Sept. 3, 2022

3. क्राइम मल्टी एजेंसी सेंटर (Cri-MAC)

Tags: National National News


मार्च 2020 में लॉन्च होने के बाद से कम से कम सात राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश ने क्राइम मल्टी एजेंसी सेंटर (Cri-MAC) पोर्टल पर एक भी अलर्ट अपलोड नहीं किया है।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, मिजोरम, मणिपुर, नागालैंड और सिक्किम और केंद्र शासित प्रदेश दादरा, नगर हवेली और दमन और दीव ने प्लेटफॉर्म पर एक भी अलर्ट अपलोड नहीं किया है।

  • दिल्ली, असम और हरियाणा ने पोर्टल पर सबसे ज्यादा अलर्ट अपलोड किए।

क्राइम मल्टी एजेंसी सेंटर (Cri-MAC) के बारे में

  •  लॉन्च - 2020 गृह मंत्रालय (एमएचए) द्वारा

  • उद्देश्य - विभिन्न कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ 24×7 अपराध और अपराधियों पर जानकारी साझा करना और उनके बीच सूचना का निर्बाध प्रवाह सुनिश्चित करना।

  • कार्यान्वयन - एप्लीकेशन राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा कार्यान्वित जाता है।

पोर्टल का महत्व

  • यह वास्तविक समय के आधार पर देश भर में मानव तस्करी सहित महत्वपूर्ण अपराधों के बारे में जानकारी के प्रसार की सुविधा प्रदान करता है और अंतर-राज्य समन्वय को सक्षम बनाता है।

  • यह अवैध व्यापार के पीड़ितों का पता लगाने, उनकी पहचान करने के साथ-साथ अपराध की रोकथाम और जांच में भी मदद करता है।

By admin: Sept. 3, 2022

4. शिशु मृत्यु के मामले में विशेष मातृत्व अवकाश

Tags: National National News

केंद्र सरकार की सभी महिला कर्मचारियों को नवजात शिशु की प्रसव बाद तुरंत मौत या मृत बच्चे के जन्म की स्थिति में 60 दिन का विशेष मातृत्व अवकाश मिलेगा।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • कार्मिक लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय के अनुसार शिशु के जन्‍म से पूर्व ही या जन्‍म के तुरंत बाद मृत्‍यु की मानसिक पीड़ा को ध्‍यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है।

  • मंत्रालय ने कहा कि ऐसे मामलों में माता के जीवन पर दूरगामी प्रभाव पड़ता है। 

  • शिशु के जन्‍म होने के तुरंत बाद या  28 दिन के भीतर मृत्‍यु  हो जाती है तो माता विशेष मातृत्‍व अवकाश का पात्र होगी। 

  • यदि 28 सप्‍ताह या उसके बाद शिशु की मृत्‍यु गर्भ में हो जाती है तो भी माता को यह विशेष अवकाश दिया जाएगा।

  • विशेष मातृत्‍व अवकाश केंद्र सरकार की उन्‍हीं महिला कर्मचारियों को मिलेगा जिनके दो से कम जीवित बच्‍चे हैं और प्रसव किसी अधिकृत अस्‍पताल में हुआ हो।

By admin: Sept. 3, 2022

5. शिशु मृत्यु के मामले में विशेष मातृत्व अवकाश

Tags: National National News

केंद्र सरकार की सभी महिला कर्मचारियों को नवजात शिशु की प्रसव बाद तुरंत मौत या मृत बच्चे के जन्म की स्थिति में 60 दिन का विशेष मातृत्व अवकाश मिलेगा।

महत्वपूर्ण तथ्य

  • कार्मिक लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय के अनुसार शिशु के जन्‍म से पूर्व ही या जन्‍म के तुरंत बाद मृत्‍यु की मानसिक पीड़ा को ध्‍यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है।

  • मंत्रालय ने कहा कि ऐसे मामलों में माता के जीवन पर दूरगामी प्रभाव पड़ता है। 

  • शिशु के जन्‍म होने के तुरंत बाद या  28 दिन के भीतर मृत्‍यु  हो जाती है तो माता विशेष मातृत्‍व अवकाश का पात्र होगी। 

  • यदि 28 सप्‍ताह या उसके बाद शिशु की मृत्‍यु गर्भ में हो जाती है तो भी माता को यह विशेष अवकाश दिया जाएगा।

  • विशेष मातृत्‍व अवकाश केंद्र सरकार की उन्‍हीं महिला कर्मचारियों को मिलेगा जिनके दो से कम जीवित बच्‍चे हैं और प्रसव किसी अधिकृत अस्‍पताल में हुआ हो।

By admin: Sept. 3, 2022

6. जीएमआर समूह फिलीपींस के सेबू हवाई अड्डे में अपनी पूरी 40% हिस्सेदारी बेचेगा

Tags: Economy/Finance International News

नई दिल्ली स्थित बहुराष्ट्रीय जीएमआर समूह ने 2 सितंबर 2022 को कहा है कि वह फिलीपींस में स्थित सेबू अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे में अपनी पूरी 40 प्रतिशत हिस्सेदारी 1,330 करोड़ रुपये में बेच रहा है।हालांकि जीएमआर 2026 तक एयरपोर्ट को कंसल्टेंसी सर्विस मुहैया कराना जारी रखेगा और इससे उसको अलग से राजस्व मिलेगा ।

जीएमआर के अनुसार, कंपनी अब उच्च विकास के अवसरों पर ध्यान केंद्रित करेगी।कंपनी इस पूंजी का उपयोग इंडोनेशिया के मेडन में कुआलानामु अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे में निवेश के लिए इस्तेमाल करेगी । कुआलानामु अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को जीएमआर एयरपोर्ट इंटरनेशनल  द्वारा विकसित और संचालित किया जा रहा है।

मैक्टन सेबू अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा

निनॉय एक्विनो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, मनीला के बाद यह  हवाई अड्डा फिलीपींस में दूसरा सबसे बड़ा हवाई अड्डा है।

2014 में, फिलीपींस के मेगावाइड कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन के साथ साझेदारी में जीएमआर इंफ्रास्ट्रक्चर ने मैक्टन सेबू अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के संचालन और विकास के लिए बोली जीती थी । मेगावाइड कंस्ट्रक्शन कंपनी और जीएमआर दोनों ही फिलीपींस के एबोइटिज इंफ्राकैपिटल कंपनी को अपनी हिस्सेदारी बेच रहे हैं।

फिलीपींस की मुद्रा: फिलीपीन पेसो

जीएमआर  एयरपोर्ट्स इंटरनेशनल

जीएमआर एयरपोर्ट्स इंटरनेशनल जीएमआर इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड की सहायक कंपनी है।

जीएमआर समूह ,आईजीआई दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, राजीव गांधी हैदराबाद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और बीदर हवाई अड्डे (कर्नाटक) का संचालन करता है।

यह उत्तरी गोवा के मोपा में एक ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा और भोगापुरम, विजयनगरम, आंध्र प्रदेश में एक अंतर्राष्ट्रीय ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा बना रहा है।

यह विदेशी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का विकास और संचालन करने वाली एकमात्र भारतीय कंपनी है ।यह  वर्त्तमान में इंडोनेशिया और ग्रीस में हवाई अड्डों का विकास कर रहा है।

जीएमआर  समूह की स्थापना ग्रैंडी मल्लिकार्जुन राव ने की थी। यह बुनियादी ढांचा, ऊर्जा, परिवहन आदि के कारोबार में है।

By admin: Sept. 3, 2022

7. संयुक्त राज्य अमेरिका ने पहली बार यूएस-पैसिफिक आइलैंड कंट्री समिट की मेजबानी की घोषणा की

Tags: Summits International News

भारत-प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव के बीच संयुक्त राज्य अमेरिका ने इस महीने के अंतिम सप्ताह में पहली बार यूएस-पैसिफिक आइलैंड कंट्री समिट की मेजबानी करने की घोषणा की है।

महत्वपूर्ण तथ्य -

  • यह शिखर सम्मेलन 28 से 29 सितंबर तक वाशिंगटन में आयोजित किया जाएगा।

  • अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेंगे।

  • शिखर सम्मेलन प्रशांत द्वीप देशों और प्रशांत क्षेत्र के साथ संयुक्त राज्य अमेरिका की गहरी और स्थायी साझेदारी को प्रदर्शित करेगा जो साझा इतिहास, मूल्यों और लोगों से लोगों के संबंधों पर आधारित है।

  • इस सम्मेलन के आयोजन की घोषणा अमेरिका द्वारा बीजिंग पर परमाणु शस्त्रागार का विस्तार करने का आरोप लगाने के एक हफ्ते बाद की गई। 

  • अमेरिका ने दावा किया है कि चीन द्वारा अत्यधिक परमाणु शस्त्रागार का निर्माण प्रक्रिया भारत-प्रशांत क्षेत्र की स्थिरता को नुकसान पहुंचा सकती है।

  • व्हाइट हाउस ने सोलोमन द्वीप सहित 12 प्रशांत द्वीप समूह देशों को आमंत्रित किया है, जिसने अप्रैल, 2022 में चीन के साथ सुरक्षा समझौता किया था।

इंडो-पैसिफिक के बारे में :

  • यह दुनिया की आधी आबादी और वैश्विक जीडीपी के 60 प्रतिशत से अधिक को कवर करता है।

  • यह एक भू-राजनीतिक क्षेत्र है जो हिंद महासागर और प्रशांत महासागर के दो क्षेत्रों में फैला है।

  • संयुक्त राज्य अमेरिका के पश्चिमी तट से लेकर भारत के पश्चिमी तट तक फैले हुए, इंडो-पैसिफिक 24 देशों की एक क्षेत्रीय संरचना है।

  • इसमें हिंद महासागर, पश्चिमी और मध्य प्रशांत महासागर के उष्णकटिबंधीय जल शामिल हैं।



By admin: Sept. 3, 2022

8. आयुर्वेद में अभिनव अनुसंधान का समर्थन करने के लिए सीसीआरएएस 'स्पार्क' कार्यक्रम

Tags: National National News

केन्द्रीय आयुर्वेदीय विज्ञान अनुसंधान परिषद (सीसीआरएएस) ने मान्यता प्राप्त आयुर्वेद कॉलेजों में अध्ययन कर रहे आयुर्वेद (बीएएमएस) के छात्रों के लिए ‘स्टूडेंटशिप प्रोग्राम फॉर आयुर्वेद रिसर्च केन’ (स्पार्क) तैयार किया है।

महत्वपूर्ण तथ्य -

  • भारत सरकार के आयुष मंत्रालय में विशेष सचिव प्रमोद कुमार पाठक और भारतीय चिकित्सा प्रणाली के लिए राष्ट्रीय आयोग (एनसीआईएसएम) के अध्यक्ष वैद्य जयंत यशवंत देवपुजारी ने 2 सितंबर, 2022 को आयोजित एक कार्यक्रम में इस फेलोशिप योजना और इसके एप्लिकेशन पोर्टल का शुभारंभ किया।

स्टूडेंटशिप प्रोग्राम फॉर आयुर्वेद रिसर्च केन (स्पार्क) :

  • स्पार्क देश के युवा प्रतिभाओं के अनुसंधान संबंधी प्रयासों का समर्थन करने के लिए एक अनूठी पहल है।

  • स्पार्क कार्यक्रम मुख्य रूप से छात्रों में अनुसंधान संबंधी कौशल विकसित करने में मदद करने और उनके शोध के विचारों को आगे सहयोग एवं प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए विकसित किया गया है।

  • स्पार्क के लिए आवेदन प्रक्रिया www.spark.ccras.nic.in पोर्टल के माध्यम से पूरी तरह से ऑनलाइन होगी।

  • इच्छुक उम्मीदवारों को स्पार्क पोर्टल के माध्यम से अपना शोध प्रस्ताव प्रस्तुत करना होगा।

  • प्रख्यात विशेषज्ञों एवं समीक्षकों द्वारा इन प्रस्तावों का मूल्यांकन किया जाएगा।

  • इस फेलोशिप के तहत चयनित शोधार्थी को 50,000 रुपये की वित्तीय सहायता की पेशकश की जाएगी।

  • आरंभ में इसके प्रत्येक सत्र में कुल 100 सीटें होंगी।

स्पार्क का उद्देश्य :

  • इसका उद्देश्य देश भर के आयुर्वेद कॉलेजों में नामांकित युवा स्नातक छात्रों के शोध संबंधी विचारों का समर्थन करना है।

केन्द्रीय आयुर्वेदीय विज्ञान अनुसंधान परिषद (सीसीआरएएस) :

  • सीसीआरएएस नई दिल्ली स्थित देश-विदेश में आयुर्वेदीय विज्ञान और इसपर अनुसंधान कार्य को बढ़ावा देने हेतु एक संस्थान है।  

  • परिषद वर्तमान में रोमानिया, जर्मनी, इज़राइल, अमेरिका, कनाडा और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख शोध संस्थानों के सहयोग से विभिन्न अनुसंधान एवं विकास परियोजनाओं पर काम कर रही है।

  • दुनिया भर में आयुर्वेद शिक्षा के प्रचार एवं प्रसार के लिए आयुष मंत्रालय के प्रयासों में पूरक बनने के उद्देश्य से, परिषद ने दुनिया भर के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों के साथ साझेदारी की है और 11 देशों में आयुर्वेद पीठ की स्थापना की है।

By admin: Sept. 3, 2022

9. आयुर्वेद में अभिनव अनुसंधान का समर्थन करने के लिए सीसीआरएएस 'स्पार्क' कार्यक्रम

Tags: National National News

केन्द्रीय आयुर्वेदीय विज्ञान अनुसंधान परिषद (सीसीआरएएस) ने मान्यता प्राप्त आयुर्वेद कॉलेजों में अध्ययन कर रहे आयुर्वेद (बीएएमएस) के छात्रों के लिए ‘स्टूडेंटशिप प्रोग्राम फॉर आयुर्वेद रिसर्च केन’ (स्पार्क) तैयार किया है।

महत्वपूर्ण तथ्य -

  • भारत सरकार के आयुष मंत्रालय में विशेष सचिव प्रमोद कुमार पाठक और भारतीय चिकित्सा प्रणाली के लिए राष्ट्रीय आयोग (एनसीआईएसएम) के अध्यक्ष वैद्य जयंत यशवंत देवपुजारी ने 2 सितंबर, 2022 को आयोजित एक कार्यक्रम में इस फेलोशिप योजना और इसके एप्लिकेशन पोर्टल का शुभारंभ किया।

स्टूडेंटशिप प्रोग्राम फॉर आयुर्वेद रिसर्च केन (स्पार्क) :

  • स्पार्क देश के युवा प्रतिभाओं के अनुसंधान संबंधी प्रयासों का समर्थन करने के लिए एक अनूठी पहल है।

  • स्पार्क कार्यक्रम मुख्य रूप से छात्रों में अनुसंधान संबंधी कौशल विकसित करने में मदद करने और उनके शोध के विचारों को आगे सहयोग एवं प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए विकसित किया गया है।

  • स्पार्क के लिए आवेदन प्रक्रिया www.spark.ccras.nic.in पोर्टल के माध्यम से पूरी तरह से ऑनलाइन होगी।

  • इच्छुक उम्मीदवारों को स्पार्क पोर्टल के माध्यम से अपना शोध प्रस्ताव प्रस्तुत करना होगा।

  • प्रख्यात विशेषज्ञों एवं समीक्षकों द्वारा इन प्रस्तावों का मूल्यांकन किया जाएगा।

  • इस फेलोशिप के तहत चयनित शोधार्थी को 50,000 रुपये की वित्तीय सहायता की पेशकश की जाएगी।

  • आरंभ में इसके प्रत्येक सत्र में कुल 100 सीटें होंगी।

स्पार्क का उद्देश्य :

  • इसका उद्देश्य देश भर के आयुर्वेद कॉलेजों में नामांकित युवा स्नातक छात्रों के शोध संबंधी विचारों का समर्थन करना है।

केन्द्रीय आयुर्वेदीय विज्ञान अनुसंधान परिषद (सीसीआरएएस) :

  • सीसीआरएएस नई दिल्ली स्थित देश-विदेश में आयुर्वेदीय विज्ञान और इसपर अनुसंधान कार्य को बढ़ावा देने हेतु एक संस्थान है।  

  • परिषद वर्तमान में रोमानिया, जर्मनी, इज़राइल, अमेरिका, कनाडा और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख शोध संस्थानों के सहयोग से विभिन्न अनुसंधान एवं विकास परियोजनाओं पर काम कर रही है।

  • दुनिया भर में आयुर्वेद शिक्षा के प्रचार एवं प्रसार के लिए आयुष मंत्रालय के प्रयासों में पूरक बनने के उद्देश्य से, परिषद ने दुनिया भर के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों के साथ साझेदारी की है और 11 देशों में आयुर्वेद पीठ की स्थापना की है।

By admin: Sept. 3, 2022

10. सऊदी अरब नया राष्ट्रीय वाहक 'आरआईए' लॉन्च करेगा

Tags: International News


सऊदी अरब अपनी नई अंतर्राष्ट्रीय  एयरलाइन "आरआईए" के लॉन्च को अंतिम रूप दे रहा है।

महत्वपूर्ण तथ्य -

  • सऊदी अरब पिछले 12 महीनों से इसके लॉन्च पर काम कर रहा है।

  • सऊदी अरब के सार्वजनिक निवेश कोष द्वारा समर्थित इस नई परियोजना के लॉन्च पर पिछले 12 महीनों से काम चल रहा है।

  • यह रियाद के किंग खालिद अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आधारित होगा।

  • एक बार लॉन्च होने के बाद, यह सऊदी का दूसरा राष्ट्रीय वाहक बन जाएगा।

  • यह सऊदी अरब विमानन क्षेत्र के इतिहास में अभूतपूर्व है।

  • सऊदी अरब 2030 तक 30 मिलियन अंतर्राष्ट्रीय पारगमन यात्रियों को लक्षित कर रहा है, जबकि वर्तमान में यह 4 मिलियन से कम है।

  • इसका मतलब यह होगा कि नए वाहक को यूरोप, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, अफ्रीका और एशिया में वैश्विक स्तर पर 150 से अधिक मार्गों को संचालित करने की आवश्यकता होगी।

  • इसके लिए 30 अरब डॉलर के निवेश की जरूरत होगी।

  • अमीरात वर्तमान में 85 देशों में 158 गंतव्यों के लिए उड़ान भरता है।

सऊदी अरब :

  • राजा - सलमान

  • राजधानी - रियाद 

  • मुद्रा - सऊदी अरब रियाल

  • राजभाषा - अरबी

  • आधिकारिक धर्म - इस्लाम

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