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By admin: Sept. 4, 2022

1. बराक ओबामा: राष्ट्रपति, नोबेल पुरस्कार विजेता, और अब एमी विजेता

Tags: Awards Person in news

टेलीविजन अकादमी ने 3 सितंबर को हॉलीवुड के नवागंतुक बराक ओबामा को उनकी नेटफ्लिक्स वृत्तचित्र श्रृंखला "अवर ग्रेट नेशनल पार्क्स" के वर्णन के लिए एमी पुरस्कार से सम्मानित किया है।

महत्वपूर्ण तथ्य -

  • पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा ने अपने संस्मरणों "द ऑडेसिटी ऑफ होप" और "ड्रीम्स फ्रॉम माई फादर" के ऑडियो संस्करणों के लिए पहले ही ग्रैमी पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।

  • अमेरिका के दो बार के राष्ट्रपति रह चुके दुनिया के लोकप्रिय नेताओं में शुमार बराक ओबामा को नोबेल का शांति पुरस्कार भी मिल चुका है।

  • उन्हें संगीत की दुनिया का सबसे बड़ा अवॉर्ड ग्रेमी भी दो बार मिल चुका है।

  • इस बार उन्हें टेलीविजन जगत की सबसे प्रतिष्ठित अवार्ड एमी भी मिल गया है। 

  • मनोरंजन की दुनिया में चार जो प्रतिष्ठित अवॉर्ड हैं उनमें से दो अवॉर्ड ऑस्कर और टोनी मिलना अभी बाकी है।

  • इन चार पुरस्कारों को ईजीओटी कहा जाता है, जिसका अर्थ है कि सभी चार प्रमुख अमेरिकी मनोरंजन पुरस्कार जीतने की उपलब्धि।

  • यदि दो अवॉर्ड और जीत लेते हैं तो वह ईजीओटी क्लब में शामिल हो जाएंगे।

  • इससे पहले एक अन्य अमेरिकी राष्ट्रपति डी आइजनहावर को 1956 में एमी मिल चुका है।

By admin: Sept. 4, 2022

2. ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को कैपिटल फाउंडेशन लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया

Tags: Awards Person in news State News

ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को कैपिटल फाउंडेशन लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया।

यह पुरस्कार भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश ,न्यायमूर्ति एन.वी. रमना द्वारा 4 सितंबर, 2022 को इंडिया इंटरनेशनल सेंटर, नई दिल्ली में उन्हें दिया गया ।

बीजू जनता दल पार्टी के नवीन पटनायक, 5 मार्च 2000 से अब तक ओडिशा के मुख्यमंत्री हैं।

फाउंडेशन ने एक बयान में कहा कि, नवीन पटनायक को उनके विशिष्ट और उत्कृष्ट नेतृत्व गुणों के सम्मान में कैपिटल फाउंडेशन लाइफटाइम अचीवमेंट से सम्मानित किया जा रहा है।

1987 में स्थापित कैपिटल फाउंडेशन सोसाइटी, भारत में सबसे प्रतिष्ठित स्वैच्छिक संगठनों में से एक है जो राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर नीतिगत संवाद और बहस के लिए एक मंच प्रदान करने में लगी हुई है।

ओडिशा राज्य :

  • प्राचीन काल में इसे कलिंग कहा जाता था।
  • 2011 में इसका नाम उड़ीसा से बदलकर ओडिशा कर दिया गया।
  • 96वें संविधान संशोधन 2011 ने संविधान की 8वीं अनुसूची में राज्य की भाषा का नाम उड़िया(oriya) से बदलकर ओड़िआ (odia) कर दिया।
  • बंगाल प्रेसीडेंसी से अलग होने के बाद 1 अप्रैल 1936 को उड़ीसा राज्य की स्थापना हुई थी।
  • 1 अप्रैल को ओडिशा में उत्कल दिवस या ओडिशा दिवस के रूप में मनाया जाता है।
  • इसमें 30 जिले हैं।

ओडिशा के राज्यपाल : प्रोफेसर गणेशी लाल

राजधानी : इसकी राजधानी पहले  कटक में थी लेकिन इसे 19 अगस्त 1949 को भुवनेश्वर में स्थानांतरित कर दिया गया था।

By admin: Sept. 3, 2022

3. यमुना कुमार चौबे को एनएचपीसी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक का प्रभार

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यमुना कुमार चौबे  को सार्वजनिक क्षेत्र की पनबिजली कंपनी एनएचपीसी का  तीन महीने के लिए अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक नियुक्त किया गया है।

महत्वपूर्ण तथ्य -

  • अभय कुमार सिंह 31 अगस्त, 2022 को कंपनी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक (सीएमडी) पद से सेवानिवृत्त हो गए।

  • चौबे को 1 सितंबर, 2022 से तीन महीने की अवधि के लिए या इस पद पर नियमित नियुक्ति तक, या अगले आदेश तक, जो भी पहले हो, तक के लिए नियुक्त किया गया है।

  • 59 वर्षीय चौबे आईआईटी खड़गपुर से सिविल इंजीनियरिंग में स्नातक हैं।

  • उन्होंने 1985 में 540 मेगावाट की चमेरा हाइड्रो-इलेक्ट्रिक परियोजना में परिवीक्षाधीन कार्यकारी (सिविल) के रूप में एनएचपीसी लिमिटेड में कार्यभार ग्रहण किया।

  • वर्तमान में वह एनएचपीसी में निदेशक (तकनीकी) हैं और निदेशक (कार्मिक), एनएचपीसी का अतिरिक्त प्रभार भी संभाल रहे हैं।

  • उनके पास जलविद्युत परियोजना के विकास के सभी पहलुओं का अनुभव है और उन्होंने एनएचपीसी के विकास में योगदान दिया है।

एनएचपीसी लिमिटेड के बारे में :

  • यह भारत सरकार का एक मिनी रत्न श्रेणी-I उद्यम है।

  • यह देश में जल विद्युत विकास के क्षेत्र में सबसे बड़े संगठनों में से एक है।

  • कंपनी एक हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर जनरेटिंग कंपनी है।

  • यह भारत में जलविद्युत परियोजनाओं के एकीकृत और कुशल नेटवर्क के नियोजन विकास और कार्यान्वयन के लिए समर्पित है।

  • इसे 7 नवंबर 1975 को एक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के रूप में शामिल किया गया था।

  • 2 अप्रैल 1986 में कंपनी को पब्लिक लिमिटेड कंपनी में बदल दिया गया।

By admin: Sept. 3, 2022

4. सर्वोच्च न्यायालय के जज डी वाई चंद्रचूड़ राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष नामित किए गए

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भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ को राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA) के अगले कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नामित किया है।

महत्वपूर्ण तथ्य -

  • भारत के मुख्य न्यायाधीश यूयू ललित नालसा के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष थे।

  • भारत के मुख्य न्यायधीश यू यू  ललित की सेवानिवृत्ति के बाद, न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ नवंबर 2022 से भारत के 50 वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्यभार संभालेंगे।

  • सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश और बॉम्बे हाईकोर्ट के पूर्व जज रह चुके हैं।

  • 1959 में जन्में न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ को 13 मई 2016 को भारत के सर्वोच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था।

  • उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के कैंपस लॉ सेंटर से एलएलबी की डिग्री हासिल की है और यूएसए के हार्वर्ड लॉ स्कूल से एलएलएम की डिग्री और न्यायिक विज्ञान में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की है।

राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA) :

  • इसकी स्थापना 1995 में विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम, 1987 के तहत की गई थी.

  • यह कार्यक्रमों की प्रभावशीलता की निगरानी और समीक्षा तथा अधिनियम के तहत कानूनी सेवाएँ प्रदान करने के लिए नियमों एवं सिद्धांतों को विकसित करने का काम करता है।

  • यह राज्य विधिक सेवा प्राधिकरणों और गैर-लाभकारी संगठनों को विधिक सहायता प्रणालियों तथा पहलों को निष्पादित करने में मदद के लिए धन का वितरण करता है।

विधिक सेवा प्राधिकरणों का उद्देश्य :

  • निःशुल्क कानूनी सहायता और सलाह

  • विधिक जागरूकता का विस्तार

  • लोक अदालतों का आयोजन

  • वैकल्पिक विवाद समाधान तंत्र के माध्यम से विवादों के निपटारे को बढ़ावा


By admin: Sept. 2, 2022

5. कल्याण चौबे एआईएफएफ के नए अध्यक्ष चुने गए

Tags: Person in news Sports News


पश्चिम बंगाल के पूर्व भारतीय गोलकीपर कल्याण चौबे 2 सितंबर 2022 को अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) चुनावों में प्रसिद्द फुटबॉल खिलाड़ी भाईचुंग भूटिया को हराकर एआईएफएफ अध्यक्ष बने।

महत्वपूर्ण तथ्य -

  • एआईएफएफ के 85 साल के इतिहास में चौबे एक खिलाड़ी के बाद अध्यक्ष बनने वाले पहले व्यक्ति हैं।

  • वह मोहन बागान और पूर्वी बंगाल के लिए गोलकीपर के रूप में खेल चुके हैं। भूटिया और चौबे कभी पूर्वी बंगाल में टीम के साथी थे।

  • एनए हारिस को उपाध्यक्ष चुना गया है। हारिस कर्नाटक फुटबॉल एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं।

  • भारत के 36 राज्य फुटबॉल संघों में से केवल 34 ने ही चुनाव में भाग लिया, जबकि लद्दाख और जम्मू-कश्मीर को मतदान की अनुमति नहीं थी।

एआईएफएफ चुनाव परिणाम :

  • अध्यक्ष : कल्याण चौबे (पश्चिम बंगाल)

  • उपाध्यक्ष : एनए हारिस (कर्नाटक)

  • कोषाध्यक्ष : गोपालकृष्ण कोसाराजू (आंध्र प्रदेश)

अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) :

  • यह भारत सरकार के युवा मामले और खेल मंत्रालय के अधिकार क्षेत्र में भारत में फुटबॉल का शासी निकाय है।

  • इसकी स्थापना 1935 में हुई थी।

  • यह भारत की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के साथ-साथ महिला टीम और विभिन्न युवा राष्ट्रीय खेलों के प्रबंधन के लिए जिम्मेदार है।



By admin: Sept. 2, 2022

6. भारतीय मूल के लक्ष्मण नरसिम्हन होंगे दुनिया की सबसे बड़ी कॉफी चेन स्टारबक्स के नए सीईओ

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अमेरिका की बहुराष्ट्रीय कॉफी कंपनी ‘स्टारबक्स’ ने भारतीय मूल के ‘लक्ष्मण नरसिम्हन’ को हॉवर्ड शुल्त्स के स्थान पर अपना नया सीईओ नियुक्त किया है।

महत्वपूर्ण तथ्य -

  • नरसिम्हन एक अक्टूबर से विश्व की सबसे बड़ी कॉफी श्रृंखला कंपनी स्टारबक्स के सीईओ का पद संभालेंगे। 

  • 55 वर्षीय नरसिम्हन ने Lysol और Enfamil बेबी फॉर्मूला के निर्माता, यूके स्थित रेकिट बेंकिजर ग्रुप के मुख्य कार्यकारी के रूप में कार्य किया है।

  • स्टारबक्स की ओर से जारी एक बयान में बताया गया है कि नरसिम्हन लंदन से सिएटल शिफ्ट होंगे।

  • स्टारबक्स के बोर्ड ने नरसिम्हन की सहायता के लिए हॉवर्ड शुल्त्स (स्टारबक्स के वर्तमान सीईओ) को अप्रैल 2023 तक अंतरिम सीईओ के रूप में बने रहने के लिए कहा।

  • द वॉल स्ट्रीट जर्नल के अनुसार, नरसिम्हन सीईओ की भूमिका ग्रहण करेंगे और एक अप्रैल को कंपनी के बोर्ड में शामिल होंगे।

  • नरसिम्हन उपभोक्ता सामान बनाने वाली बहुराष्ट्रीय कंपनी रेकिट बेंकिजर समूह (रेकिट के नाम से चर्चित) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) के रूप में कार्यरत हैं।

  • नरसिम्हन तीन वर्ष (सितंबर 2019 से सितंबर 2022) तक कंपनी की अगुवाई करने के बाद 30 सितंबर, 2022 को पद से हट जाएंगे।

  • रेकिट बेंकिज़र में अब उनका स्थान वरिष्ठ स्वतंत्र निदेशक निकान्द्रो दुरांते लेंगे।

लक्ष्मण नरसिम्हन :

  • नरसिम्हन ने पुणे विश्वविद्यालय से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिग्री ली हुई है। उन्होंने व्हॉर्टन स्कूल से एमबीए किया है। 

  • उन्हें एक सितंबर, 2019 को रेकिट के सीईओ के रूप में नियुक्त किया गया था।

  • रेकिट से जुड़ने से पहले वह पेप्सिको में 2012 से 2019 के दौरान विभिन्न उच्च पदों पर रहे।

  • उन्होंने 1993 से 2012 के दौरान मैकिंजी एंड कंपनी में भी बतौर निदेशक काम किया है।



By admin: Aug. 31, 2022

7. सोवियत संघ के पूर्व राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव का 91 वर्ष की आयु में निधन

Tags: Person in news International News


सोवियत संघ के पूर्व राष्ट्रपति मिखाइल गोर्बाचेव का 30 अगस्त को 91 साल की उम्र में निधन हो गया।

महत्वपूर्ण तथ्य -

  • जून में उन्हें किडनी की गंभीर बीमारी से पीड़ित होने के बाद अस्पताल ले जाया गया था।

  • उन्होंने शीत युद्ध को समाप्त कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

मिखाइल गोर्बाचेव के बारे में :

  • उनका जन्म 1931 में दक्षिणी रूस में हुआ था।

  • गोर्बाचेव 1985 से 1991 तक पूर्व सोवियत संघ के अंतिम नेता थे, उन्होंने सोवियत-भारत संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया।

  • अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने दो बार 1986 और 1988 में भारत का दौरा किया।

  • वह 1985 में सोवियत कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव बने।

  • वह नागरिकों को आजादी देकर लोकतांत्रिक सिद्धांतों की तर्ज पर कम्युनिस्ट शासन में सुधार लाना चाहते थे।

  • गोर्बाचेव की नीतियों ने सोवियत अर्थव्यवस्था को खोलने और 1980 के दशक के अंत में समाज को उदार बनाने में मदद की।

  • उन्होंने अफगानिस्तान में लगभग एक दशक लंबे सैन्य अभियान से सोवियत सैनिकों की वापसी कराने में प्रमुख भूमिका निभाई।

  • उन्हें 1990 में "पूर्व-पश्चिम संबंधों में आमूल-चूल परिवर्तन में प्रमुख भूमिका निभाने के लिए" नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

शीत युद्ध :

  • शीत युद्ध संयुक्त राज्य अमेरिका और सोवियत संघ और उसके सहयोगियों के बीच चल रही राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता थी जो द्वितीय विश्व युद्ध के बाद विकसित हुई थी।

  • दो महाशक्तियों के बीच इस दुश्मनी को सबसे पहले जॉर्ज ऑरवेल ने 1945 में प्रकाशित एक लेख में शीत युद्ध का नाम दिया था।

  • इसकी अवधि 1945 से 1991 के बीच माना जाता है. 

  • शीत शब्द का उपयोग इसलिए किया गया है क्योंकि दोनों पक्षों के बीच प्रत्यक्ष रूप से बड़े पैमाने पर कोई युद्ध नहीं हुआ था।

By admin: Aug. 30, 2022

8. गौतम अडानी अब दुनिया के तीसरे सबसे अमीर

Tags: Person in news


ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के मुताबिक गौतम अदाणी 137 बिलियन डॉलर की कुल संपत्ति के साथ  दुनिया के तीसरे सबसे अमीर इंसान बन गए हैं।

महत्वपूर्ण तथ्य - 

  • गौतम अदाणी  LVMH के सह-संस्थापक मैग्नेट बर्नार्ड अरनॉल्ट को पीछे छोड़कर दुनिया के तीसरे अमीर इंसान बने है।

  • सूची में पहले दो स्थानों पर टेल्सा के प्रमुख एलन मस्क (251 बिलियन डॉलर) और अमेजॅन के संस्थापक और सीईओ जेफ बेजोस (153 बिलियन डॉलर) काबिज हैं।

  • ब्लूमबर्ग के अनुसार, यह पहली बार है, जब किसी एशियाई ने दुनिया के शीर्ष तीन सबसे धनी लोगों की सूची में जगह बनाई है।

  • इस लिस्ट में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी 91.9 बिलियन डॉलर की संपत्ति के साथ 11वें स्थान पर हैं।

टॉप 10 लिस्ट :

  • पहला स्थान - एलन मस्क(टेस्ला)

  • दूसरा स्थान - जेफ बेजोस(अमेजॅन)

  • तीसरा स्थान - गौतम अदाणी(अदाणी समूह)

  • चौथा स्थान - मैग्नेट बर्नार्ड अरनॉल्ट( LVMH लक्जरी फैशन ब्रांड)

  • पांचवां स्थान - बिल गेट्स(माइक्रोसॉफ्ट)

  • छठा स्थान - वॉरेन बफेट(बर्कशायर हैथवे)

  • सातवां स्थान - लैरी पेज(गूगल इंक)

  • आठवां स्थान - सर्गेई ब्रिन(गूगल इंक)

  • नौवां स्थान - स्टीव बाल्मर(माइक्रोसॉफ्ट कॉर्पोरेशन)

  • दसवां स्थान -  लैरी एलिसन( ओरेकल कॉर्पोरेशन)

गौतम अदाणी(अदाणी समूह) :

  • गौतम अदाणी, अदाणी समूह के सह-संस्थापक हैं, जो देश का सबसे बड़ा पोर्ट ऑपरेटर है।

  • अदाणी समूह को देश का सबसे बड़ा कोयला ट्रेडर भी कहा जाता है।

  • ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार गौतम अदाणी एशिया के सबसे अमीर शख्स भी है I 

  • हाल ही में अडाणी को टाइटंस श्रेणी में एपल के सीईओ टिम कुक और अमेरिकी होस्ट ओपरा विन्फ्रे जैसी शख्सियतों के साथ 100 सबसे प्रभावशाली लोगों की सूची में शामिल किया गया है।

  • हाल ही में अदाणी समूह NDTV में 29 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने को लेकर चर्चा में रहा। 



By admin: Aug. 27, 2022

9. प्रतिष्ठित वैज्ञानिक समीर वी कामत ने डीआरडीओ के नए अध्यक्ष के रूप में कार्यभार संभाला

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डॉ समीर वी कामत को रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग (DDRD) के सचिव और रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (DRDO) के नए अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है। 


महत्वपूर्ण तथ्य -

  • समीर वी कामत वर्तमान में डीआरडीओ में महानिदेशक (नौसेना प्रणाली और सामग्री) के रूप में कार्यरत थे।

  • समीर वी कामत वर्तमान सचिव जी सतीश रेड्डी का स्थान लेंगे जिन्हें रक्षा मंत्री के वैज्ञानिक सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया है।

डॉ समीर वी कामत के बारे में :

  • उनका पूरा नाम डॉ समीर वेंकटपति कामत है।

  • डॉ कामत ने 1985 में आईआईटी खड़गपुर से मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग में बीटेक इंजीनियरिंग (ऑनर्स) की डिग्री प्राप्त की हैI 

  • उन्होंने 1988 में ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी, यूएसए से सामग्री विज्ञान और इंजीनियरिंग में पीएचडी प्राप्त की है।

  • हाल ही के दिनों में डॉ कामत ने डीएमआरएल में दुर्लभ पृथ्वी स्थायी चुम्बक (आरईपीएम) के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिए हैं।

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) :

  • यह भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के तहत एक प्रमुख रक्षा अनुसंधान और विकास एजेंसी है।

  • इसका उद्देश्य भारत को महत्वपूर्ण रक्षा प्रौद्योगिकी और प्रणालियों में आत्मनिर्भर बनाना है।

  • इसकी स्थापना 1958 में हुई थी।

  • मुख्यालय : नई दिल्ली

  • अध्यक्ष : डॉ समीर वी कामत



 

By admin: Aug. 27, 2022

10. न्यायमूर्ति यू यू ललित ने भारत के 49वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ ली

Tags: Person in news


न्यायमूर्ति यू यू ललित ने 27 अगस्त को भारत के 49वें मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) के रूप में शपथ ली।


महत्वपूर्ण तथ्य -

  • राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने न्यायमूर्ति ललित को पद की शपथ दिलाई.

  • नए मुख्य न्यायाधीश का कार्यकाल छोटा है और वह 8 नवंबर, 2022 तक इस पद पर रहेंगे।

  • वह मुख्य न्यायाधीश एन वी रमना का स्थान लेंगे जो 26 अगस्त को सेवानिवृत्त हुए थे।

जस्टिस उदय उमेश ललित के बारे में :

  • उनका जन्म 9 नवंबर 1957 को महाराष्ट्र के सोलापुर में हुआ था।

  • जस्टिस ललित को जून, 1983 में बार काउंसिल ऑफ महाराष्ट्र एंड गोवा द्वारा एडवोकेट के रूप में नामांकित किया गया था।

  • उन्होंने जनवरी, 1986 में दिल्ली आने से पहले दिसंबर, 1985 तक बॉम्बे उच्च न्यायालय में वकालत किया।

  • उन्होंने अक्टूबर 1986 से 1992 तक सोली सोराबजी के चैम्बर में काम किया और उस अवधि के दौरान भारत संघ के वकीलों के पैनल में शामिल थे जब सोली सोराबजी भारत के अटॉर्नी जनरल थे।

  • 1992 से 2002 तक उन्होंने एडवोकेट ऑन रिकॉर्ड के रूप में कार्य किया और अप्रैल 2004 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा उन्हें वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया गया।

  • उन्हें वन मामलों, वाहनों के प्रदूषण, यमुना के प्रदूषण आदि कई महत्वपूर्ण मामलों में एमिकस क्यूरी भी नियुक्त किया गया था।

ऐतिहासिक फैसले :

  • अगस्त 2017 में एक पांच-न्यायाधीशों की संविधान पीठ, जिसमें वह भी शामिल थे, ने 3-2 बहुमत से तत्काल 'तीन तलाक' के माध्यम से तलाक की प्रथा को "शून्य", "अवैध" और "असंवैधानिक" घोषित किया।

  • एक अन्य महत्वपूर्ण फैसले में, न्यायमूर्ति ललित की अध्यक्षता वाली एक पीठ ने त्रावणकोर के तत्कालीन शाही परिवार को केरल के ऐतिहासिक श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर का प्रबंधन करने का अधिकार दिया था, जो कि सबसे अमीर मंदिरों में से एक है।

  • न्यायमूर्ति यूयू ललित की अध्यक्षता वाली पीठ ने फैसला सुनाया था कि यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम की धारा 7 के तहत बच्चे के शरीर के यौन अंगों को छूना या 'यौन इरादे' से शारीरिक संपर्क करना दंडनीय है।



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