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निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द ‘य’ प्रत्यय द्वारा बना है?
व्याख्या-सौंदर्यशब्द ‘य’ प्रत्यय द्वारा बना है।
महत्त्वपूर्ण बिंदु -
(सुंदर+ य) शब्द के अंतिम में ‘य’ प्रत्यय जुड़ने पर शब्द के पहले वर्ण के स्वर में वृद्धि हो जाती है और शब्द के अंतिम वर्ण में स्वर हट जाता है, जैसे- सुंदर शब्द में ‘य’ प्रत्यय जुड़ने पर सु में ‘उ’ स्वर ‘औ’ में परिवर्तित हो जाएगा और ‘र’ से ‘अ’ स्वर हट जायेगा। (सौन्द+र्+य= सौंदर्य)
अन्य विकल्प -
(1) कौन्तेय शब्द ‘एय’ प्रत्यय से बना है। (कुंती + एय)
(2) मार्कण्डेय शब्द ‘एय’ प्रत्यय से बना है। (मृकण्ड+एय)
अतिरिक्त बिंदु -
निम्नलिखित में से कौन-से शब्द में ‘आरू’ प्रत्यय नहीं है-
बीमारू शब्द में आरू प्रत्यय नहीं है क्योंकि संपूर्ण शब्द का अर्थ मूल शब्द में निहित होना चाहिए।
महत्त्वपूर्ण बिंदु -
अन्य विकल्प -
अतिरिक्त बिंदु -
दिए गए विकल्पों में से ‘संयोग’ शब्द में किस उपसर्ग का प्रयोग किया गया है?
संयोग शब्द में ‘सम्’ उपसर्ग का प्रयोग किया गया है।(सम्+योग = संयोग)
अतिरिक्त ज्ञान-
उपसर्ग का प्रयोग तथा शब्दार्थ -
हिंदी में जो उपसर्ग मिलते हैं, वे कई भाषाओं के होते हैं ; जैसे- संस्कृत, उर्दू, हिंदी, अंग्रेजी।
निम्नलिखित में से कौन-सा शब्द हिंदी उपसर्ग युक्त है?
व्याख्या - उपर्युक्त विकल्पों में से कपूत शब्द हिंदी उपसर्ग युक्त है।
अन्य विकल्प -
अन्य तीन विकल्पों में संस्कृत उपसर्ग का प्रयोग किया गया है।
अतिरिक्त बिंदु -
उपसर्ग उस शब्दांश को कहते हैं , जो किसी शब्द अथवा अव्यय के साथ में जुड़कर उसके अर्थ में विशेषता या परिवर्तन उत्पन्न करते हैं; जैसे कर्म के पहले सु उपसर्ग लगने से सुकर्म शब्द बन गया और इससे कर्म की विशेषता प्रकट हो गयी।
उपसर्ग का प्रयोग तथा शब्दार्थ - उपसर्ग के प्रयोग से अर्थ में विशेषता आ जाती है। उपसर्ग के प्रयोग से शब्दों के अर्थ तीन स्थितियों में प्रकट होते हैं -
1 शब्दार्थ सर्वथा प्रतिकूल हो जाता है।
2 शब्दार्थ में कोई विशेष अंतर नहीं आता, मात्र गति या अधिकता का संकेत मिलता है।
3 शब्दार्थ में एक नवीन विशेषता आ जाती है।
$\Rightarrow$हिंदी में जो उपसर्ग मिलते हैं, वे कई भाषाओं के होते हैं; जैसे- संस्कृत, उर्दू, हिंदी, अंग्रेजी।
$\Rightarrow$संस्कृत उपसर्ग - प्र , पर, अप, अनु, अलम, आविर, आ, निर, दूर, वि, अभि, प्रति आदि।
$\Rightarrow$हिंदी उपसर्ग - हिंदी उपसर्ग, प्रायः संस्कृत उपसर्गों के अपभ्रंश है और विशेषकर तद्भव शब्दों के पूर्व आते हैं। जैसे- अचेत, अजान, अलग, आदि।अ, अध, अन, उ, उन, औ, कु, नि, बिन, भर, सु आदि।
$\Rightarrow$उर्दू उपसर्ग - उर्दू के उपसर्ग बहि जगह-जगह स्थान की पूर्ति करते निर्देशित होते हैं, जो अग्रलिखित हैं- अल, कम, खुश, दर, ना, फिल, ब, बद आदि।
$\Rightarrow$अंग्रेजी उपसर्ग - सब (Sub) जिसका अर्थ है - अधीन, भीतरी।उदाहरण - सब-इंस्पेक्टर, सब-रजिस्ट्रार, सब-कमेटी, सब-ऑफिस आदि।