वैश्विक तेल कीमतों में नरमी के कारण सरकार ने कच्चे तेल पर अप्रत्याशित कर में कटौती की
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भारत सरकार ने कच्चे तेल की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में लगातार गिरावट के बाद 2 अक्टूबर 2022 को घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स (अप्रत्याशित कर) में कटौती की घोषणा की है।
घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स पहले के 10,500 रुपये प्रति टन से घटाकर 8000 रुपये प्रति टन कर दिया गया है।
इसी तरह सरकार ने डीजल पर निर्यात शुल्क पहले के 10 रुपये प्रति लीटर से घटाकर 5 रुपये प्रति लीटर कर दिया है।
जेट विमानन ईंधन पर निर्यात शुल्क भी घटाकर 0% कर दिया गया।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में भारी वृद्धि के बाद 1 जुलाई 2022 को सरकार द्वारा तेल क्षेत्रों पर विशेष कर लगाए गए थे।सरकार ने अनुसार उसने यह विशेष कर इसिलए लगाए गए क्योंकि की तेल कंपनियां असामान्य लाभ कमा रही थीं।
वित्त मंत्री निर्मला सीताराम ने वादा किया था कि सरकार हर पखवाड़े करों की समीक्षा करेगी और अंतरराष्ट्रीय तेल की कीमतों में कमी आने पर करों को कम करेगी।
20 जुलाई, 2 अगस्त, 19 अगस्त, 1 सितंबर और 16 सितंबर को पिछले पांच दौर में कर्तव्यों को आंशिक रूप से समायोजित किया गया था और पेट्रोल के लिए बिलकुल हटा दिया गया था।
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