सर्वोच्च न्यायालय के जज डी वाई चंद्रचूड़ राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष नामित किए गए
Tags: Person in news
भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ को राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA) के अगले कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में नामित किया है।
महत्वपूर्ण तथ्य -
भारत के मुख्य न्यायाधीश यूयू ललित नालसा के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष थे।
भारत के मुख्य न्यायधीश यू यू ललित की सेवानिवृत्ति के बाद, न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ नवंबर 2022 से भारत के 50 वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में कार्यभार संभालेंगे।
सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश और बॉम्बे हाईकोर्ट के पूर्व जज रह चुके हैं।
1959 में जन्में न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ को 13 मई 2016 को भारत के सर्वोच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था।
उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के कैंपस लॉ सेंटर से एलएलबी की डिग्री हासिल की है और यूएसए के हार्वर्ड लॉ स्कूल से एलएलएम की डिग्री और न्यायिक विज्ञान में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की है।
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (NALSA) :
इसकी स्थापना 1995 में विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम, 1987 के तहत की गई थी.
यह कार्यक्रमों की प्रभावशीलता की निगरानी और समीक्षा तथा अधिनियम के तहत कानूनी सेवाएँ प्रदान करने के लिए नियमों एवं सिद्धांतों को विकसित करने का काम करता है।
यह राज्य विधिक सेवा प्राधिकरणों और गैर-लाभकारी संगठनों को विधिक सहायता प्रणालियों तथा पहलों को निष्पादित करने में मदद के लिए धन का वितरण करता है।
विधिक सेवा प्राधिकरणों का उद्देश्य :
निःशुल्क कानूनी सहायता और सलाह
विधिक जागरूकता का विस्तार
लोक अदालतों का आयोजन
वैकल्पिक विवाद समाधान तंत्र के माध्यम से विवादों के निपटारे को बढ़ावा
Please Rate this article, so that we can improve the quality for you -