1. राष्ट्रपति मुर्मू ने प्रसाद परियोजना के तहत तेलंगाना में भद्राचलम और यूनेस्को विश्व विरासत स्थल रुद्रेश्वर मंदिर (रामप्पा), की आधारशिला रखी
Tags: place in news Person in news State News
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 28 दिसंबर 2022 को केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय के तीर्थयात्रा कायाकल्प और आध्यात्मिक विरासत विस्तार अभियान (पीआरएएसएचएडी, प्रसाद) योजना के तहत विकसित जाने वाले तेलंगाना के दो परियोजना, भद्राचलम मंदिर समूह परियोजना और रुद्रेश्वर (रामप्पा) मंदिर परियोजना की आधारशिला रखी।
केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने 2014-15 में पीआरएएसएचएडी (प्रसाद ) योजना शुरू की थी जिसके तहत देश में तीर्थ और विरासत पर्यटन स्थलों के लिए एकीकृत बुनियादी ढांचा विकास के लिए राज्य सरकार को सहायता प्रदान करना है ।
भद्राचलम मंदिरों के समूह में तीर्थ यात्रा सुविधाओं का विकास
भद्राचलम मंदिरों का समूह, श्री सीता रामचंद्र स्वामीवरी देवस्थानम, तेलंगाना राज्य के भद्राद्री कोठागुडेम जिले में स्थित है। इसे 350 साल पुराना बताया जाता है और यह भगवान राम, उनकी पत्नीसीता और भाई लक्ष्मण के साथ जुड़ा हुआ है। इस परियोजना को पर्यटन मंत्रालय द्वारा 41.38 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से मंजूरी दी गई है।
रुद्रेश्वर मंदिर (रामप्पा) में यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल की तीर्थयात्रा और विरासत अवसंरचना का विकास
इस परियोजना को केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने 62 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से मंजूरी दी है।
रामप्पा मंदिर जो तेलंगाना के मुलुगु जिले में स्थित है, भगवान शिव को समर्पित है। यह काकतीय शासकों द्वारा 1213 ईस्वी में बनाया गया था और 2021 में यूनेस्को की विश्व विरासत सूची में अंकित किया गया है।
फुल फॉर्म
पीआरएएसएचएडी, प्रसाद/PRASHAD: नेशनल मिशन ओन पिल्ग्रिमेज रेजुवेनेशन एंड स्पिरिचुअलहेरिटेज औग्मेंटेसन ड्राइव (National Mission on Pilgrimage Rejuvenation and Spiritual Heritage Augmentation Drive)
2. स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के तहत केंद्र सरकार द्वारा बिहार के गया और नालंदा को विकास के लिए चुना गया
Tags: place in news Government Schemes State News
बिहार में गया और नालंदा को भारत सरकार ने स्वदेश दर्शन 2.0 योजना के तहत शामिल किया है। बिहार के सीतामढ़ी जिले के पुनौरा धाम को भारत सरकार की तीर्थयात्रा कायाकल्प और आध्यात्मिक विरासत विस्तार अभियान (पीआरएएसएचएडी, प्रसाद) योजना के तहत विकास के लिए चुना गया है।
यह जानकारी केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने 19 दिसंबर 2022 को लोकसभा में दी थी।
स्वदेश दर्शन 2.0
भारत सरकार ने 2014-15 में थीम आधारित पर्यटन सर्किटों जैसे बुद्धिहिस्ट सर्किट, रामायण सर्किट, डेजर्ट सर्किट आदि के एकीकृत विकास के लिए स्वदेश दर्शन योजना शुरू की।बाद में इसे स्थायी और जिम्मेदार पर्यटन स्थलों के विकास पर ध्यान देने के साथ स्वदेश दर्शन 2.0 के रूप में नया रूप दिया गया और फिर से लॉन्च किया गया।
केंद्र सरकार इस योजना के तहत पर्यटन अवसंरचना के विकास के लिए राज्य/संघ राज्य क्षेत्रों की सरकारों को सहायता प्रदान करती है।
तीर्थयात्रा कायाकल्प और आध्यात्मिक विरासत विस्तार अभियान (पीआरएएसएचएडी, प्रसाद)
भारत सरकार ने पर्यटन मंत्रालय के तहत वर्ष 2014-2015 में तीर्थयात्रा कायाकल्प और आध्यात्मिक विरासत विस्तार अभियान (पीआरएएसएचएडी, प्रसाद) योजना की शुरुआत की थी। यह योजना धार्मिक पर्यटन अनुभव को समृद्ध करने के लिए पूरे भारत में तीर्थ स्थलों के विकास और पहचान पर केंद्रित है। इस योजना के तहत केंद्र सरकार राज्य सरकार को सहायता प्रदान करती है।