प्रधानमंत्री मोदी ने पीएम केयर फंड के न्यासी बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता की
Tags: National National News
पीएम मोदी ने 20 सितंबर को पीएम केयर्स फंड के न्यासी बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता की।
महत्वपूर्ण तथ्य -
बैठक में पीएम केयर्स फंड की मदद से की गई विभिन्न पहलों पर एक प्रस्तुति दी गई, जिसमें पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना भी शामिल है, जो चार हजार तीन सौ 45 बच्चों की सहायता कर रहा है।
ट्रस्टियों ने देश के लिए महत्वपूर्ण समय में बनाई गई इस फंड द्वारा निभाई गई भूमिका की सराहना की।
बैठक में यह चर्चा की गई कि, ना सिर्फ राहत सहायता बल्कि शमन उपाय और क्षमता निर्माण के जरिए भी पीएम केयर्स के पास आपातकालीन और संकट की स्थितियों का प्रभावी ढंग से जवाब देने के लिए एक बड़ा दृष्टिकोण है।
बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, नवनियुक्त न्यासी उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश के टी थॉमस, लोकसभा के पूर्व उपाध्यक्ष करिया मुंडा और टाटा सन्स के मानद अध्यक्ष रतन टाटा शामिल हुए।
बैठक में भारत के पूर्व नियंत्रक व महालेखा परीक्षक राजीव महर्षि, इंफोसिस फाउंडेशन की पूर्व अध्यक्ष सुधा मूर्ति और इंडी कोर्प्स और पीरामल फाउंडेशन के पूर्व कार्यकारी अधिकारी आनंद शाह को पीएम केयर्स फंड के सलाहकार बोर्ड में मनोनीत करने का फैसला लिया गया।
पीएम केयर्स फंड के बारे में :
स्थापित - मार्च 2020
इसे पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट के रूप में पंजीकृत किया गया है।
उद्देश्य :
देश में किसी भी प्रकार की प्राकृतिक या मानवीय आपदा आने पर लोगों को आर्थिक और तकनीकी सहायता से साथ आधारभूत संरचना के विकास के लिए काम करना।
संयोजन :
प्रधान मंत्री पीएम केयर्स फंड के पदेन अध्यक्ष हैं और केंद्रीय रक्षा मंत्री, गृह मंत्री और वित्त मंत्री फंड के पदेन ट्रस्टी हैं।
न्यासी बोर्ड के अध्यक्ष के पास न्यासी बोर्ड में तीन न्यासी नामित करने की शक्ति होगी।
अनुदान :
फंड में पूरी तरह से व्यक्तियों/संगठनों से स्वैच्छिक योगदान होता है और इसे कोई सरकारी बजटीय सहायता नहीं मिलती है।
छूट :
फंड में दान पर आयकर अधिनियम, 1961 की धारा 80G के तहत 100% छूट प्राप्त है।
कंपनी अधिनियम, 2013 के तहत इस फंड में दिए गए दान को कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) व्यय के रूप में भी गिना जाएगा।
Please Rate this article, so that we can improve the quality for you -